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भीलवाड़ा में बनेगा पहला देवनारायण कॉरिडोर, इन 5 तीर्थस्थलों जोड़ा जाएगा; केंद्र से 48.73 करोड़ रुपए मंजूर

केंद्र सरकार ने मालासेरी डूंगरी सहित 5 तीर्थस्थलों के लिए 48.73 करोड़ स्वीकृत किए गए है।

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File Photo

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले आसींद के मालासेरी आए थे। पीएम भगवान देवनारायण की 1111वीं दिव्य जयंती पर शामिल हुए थे। उस वक्त धार्मिक टूरिस्ट सर्किट को लेकर चर्चा थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने अब कॉरिडोर निर्माण की घोषणा की है। केंद्र सरकार 'प्रसाद योजना' के तहत विकास करेगी।

मालासेरी डूंगरी सहित 5 तीर्थस्थलों के लिए 48.73 करोड़ स्वीकृत किए गए है। इसमें मालासेरी डूंगरी, साडूमाता की बावड़ी, सवाईभोज मंदिर, गढ़ गोठा और बरनागर का विकास होगा। भीलवाड़ा कलेक्टर ने पांचों जगह 11 हैक्टेयर जमीन चिह्नित कर भिजवाया है। सभास्थल, सभा मंच, 5 प्रवेश द्वार, पार्किंग, भोजनशाला आदि का निर्माण होगा।

देवनारायण कॉरिडोर से जुड़ेंगे 5 तीर्थस्थल

उपखंड मुख्यालय से 9 किलोमीटर दूर मालासेरी डूंगरी भगवान देवनारायण की जन्मस्थली है। यहां से 8 किमी दूर गुर्जर समाज का अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल सवाई भोज है। सवाईभोज से 10 किमी दूर बरनागर है। बरनागर से भगवान देवनारायण बैकुंठ धाम गए थे। वहीं, 12 किमी दूर गढ़ गोठा है। मालासेरी डूंगरी से 7 किमी दूर साडू माता की बावड़ी है।

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