भीलवाड़ाPublished: Nov 22, 2022 06:36:31 pm
Suresh Jain
हर दुकान का अपना स्वाद, चटनी के साथ लोग लेते हैं चटखारे
50 हजार कचौरी रोजाना बनती है भीलवाड़ा में, पांच लाख आबादी शहर की
7.50 लाख रुपए की प्रतिदिन कचौरी खा जाते हैं लोग
भीलवाड़ा. भीलवाड़ावासी कचौरी के शौकीन हैं। यहां लोग जितने तरह के स्वाद पसंद करते हैं, उतने ही तरीके की कचौरियां बनती है। हर दुकान का अपना अलग स्वाद, जिसे लोग चटखारे लेकर खाते हैं। किसी को तेज मसाला पसंद है तो किसी को मध्यम या कम। कोई कुरारी तो कोई मुलायम कचौरी पसंद करता है। कहीं दाल तो कहीं प्याज की कचौरी चलन में है। शहर का हर दसवां शख्स रोजाना एक कचौरी खाता है। बड़ी संख्या में लोग सुबह की शुरुआत कचौरी से करते हैं। शहर में दो दर्जन से अधिक जगह कचौरी की प्रसिद्ध दुकानें चलती है। हर चौराहे पर अलग-अलग स्वाद। कचौरी के साथ मिर्ची बड़े, आलू बड़े व समोसे भी पसंद किए जाते हैं। पांच लाख की आबादी वाले शहर में रोजाना 50 हजार कचौरियां बनती है।