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महकमे को छोड़ सबको आता नजर

मुख्यालय से महज पांच किमी दूर चल रहापांसल की डांग, समोड़ी व दरीबा में 11 लीज, चल रही 100 से अधिकरोजाना 500 वाहन अवैध पत्थर निकल रहापत्रिका टीम ने लिया जायजा, विस्फोटक सामग्री तक छोड़ भागे

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महकमे को छोड़ सबको आता नजर

महकमे को छोड़ सबको आता नजर

सुरेश जैन. अरविंद हिरण
भीलवाड़ा।
जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर अवैध खनन हो रहा है, जो संबंधित महकमे को छोड़कर हर किसी को नजर आता है। यहां से चंद किमी के फासले पर पांसल की डांग, समोड़ी व दरीबा में चुनाई पत्थर का खनन क्षेत्र है, जहां खनिज विभाग ने मात्र ११ लीज जारी की लेकिन मौके १०० से अधिक खनन पीट बने हुए हैं। यह अवैध खनन की निशानियां है। प्रतिदिन ५०० से अधिक टै्रक्टर व डम्पर चुनाई पत्थर निकलते हैं। यह बात और है कि खनिज अधिकारियों को नजर नहीं आते।
पत्रिका की टीम ने गुरुवार को दरीबा व समोडी खनन क्षेत्र का जायजा लिया तो कई लीज बंद मिली लेकिन आसपास अवैध खनन के लिए एलएनटी, डम्पर, व ट्रैक्टर कम्प्रेशर लगे थे। जैसे ही फोटो खिंचने लगे दर्जनों टै्रक्टर बिन पत्थर लिए इधर-उधर हो गए। एक खनन क्षेत्र में ट्रैक्टर कम्प्रेशर से ड्रील कर विस्फोट की तैयारी थी लेकिन पत्रिका टीम को देखकर चालक कम्प्रेशर को लेकर चलता बना। अन्य युवक फ्यूज वायर, ईडी व अन्य विस्फोटक सामग्री छोड़कर बाइक से भाग गया। यहीं हालात अन्य अवैध खनिज क्षेत्र के थे।
खनिज विभाग के अनुसार जिले में १२० चुनाई पत्थर की लीज है लेकिन सैकड़ों पीट से पत्थर निकाले जा रहे हैं। जिले में २२ मार्च से रॉयल्टी ठेका भी नहीं है। इसके बाद भी जिले में चुनाई पत्थर का अवैध खनन बेरोकटोक हो रहा है। सरकार खजाने को करोड़ों रुपए का घाटा हो रहा है। अवैध खनन मंगरोप, कारोई, हमीरगढ़, तख्तपुरा व समोड़ी, दरीबा, पांसल की डांग में हो रहा है। खनिज विभाग के चेकपोस्ट बनाने के बावजूद चोरी छिपे पत्थर निकासी हो रही है। चुनाई पत्थरों का अवैध खनन से ही जिले के क्रेशर प्लांट चल रहे हैं।
२२ मार्च से ठेके बंद
जिले में जितने भी चुनाई पत्थर के ठेके थे, वे विभाग ने २२ मार्च को खण्डित कर दिए थे। इसका मुख्य कारण दो माह का कोरोना लॉकडाउन था। इस दौरान की रॉयल्टी भी विभाग मांग रहा था। जिसे ठेकेदार ने जमा कराने से मना कर दिया। ठेका खण्डित करने के बाद विभाग ने सभी खदानें अपनी अधीन ले ली। विभाग अब तक १६ बार ठेके के टैण्डर जारी कर चुका लेकिन कोई लेने नहीं आया। इसके चलते अवैध खनन से सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है।
खदान बंद, फिर भी रवन्ना बुक जारी
सूत्रों का कहना है कि जिले में कई खदानें बंद होने के बाद भी विभाग पेड रवन्ना बुक जारी कर रहा है। इससे अवैध खनिज को वैध बताया जा रहा है। भीलवाड़ा मुख्यालय पर अधीक्षण खनि अभियन्ता, अधीक्षण खनि अभियन्ता विजिलेंस, खनिज अभियन्ता, खनिज अभियन्ता विजिलेंस, फोरमैन, सर्वेयर व पुलिस जाप्ता हर समय तैयार रहता है। उसके बाद भी अवैध खनन नहीं रूक रहा है। हालांकि यह सभी लीजे जिन्दल सॉ लिमिटेड के खनन क्षेत्र में है।
समोड़ी में तीन ट्रैक्टर जब्त
समोड़ी क्षेत्र में अवैध खनन की जानकारी मिलने पर वहां पर भी कार्रवाई करते तीन ट्रैक्टर पकड़े हैं। यहां लगातार कार्रवाई की जाएगी।
एलएन कुमावत, खनिज अभियन्ता भीलवाड़ा