सीआइडी क्राइम ने मंजूरी मिलते ही इन संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए संबंधित अदालत में आवेदन भी किया है।सीआइडी क्राइम की ओर से की गई अब तक की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने शगुन बिल्ड स्क्वेयर और शगुन एग्रो स्पेस नाम से हिम्मतनगर निवाषी मनीष शाह, गीताबेन शाह ने महेसाणा, पाटण, बनासकांठा, अहमदाबाद, महिसागर, पंचमहाल, दाहोद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत जिलों में कार्यालय खोले। अन्य आरोपियों की मदद से 30 महीने में राशि दो गुना करके देने, एक प्लॉट खरीदने पर दूसरा प्लॉट फ्री देने की स्कीम व निवेश लाने वाले एजेंटों को 35 से 37 प्रतिशत का कमीशन देने का लालच देकर करोड़ों रुपए का निवेश आकर्षित किया। निवेशकों को जब रुपए लौटाने का समय आया तो कार्यालय बंद करके फरार हो गए।
यह संपत्ति होगी जब्त आरोपियों ने खुद के व संबंधियों और परिचितों के नाम पर ठगी के रुपए से खरीदी संपत्तियों की जांच की। इसमें पता चला कि हिम्मतनगर तहसील के हाथरोल, गाजीपुरा , माथासुलिया और ढबाल, वडाली व मेघरज तहसील में स्थित डचका गांव, भीलवाड़ा जिले की बनेड़ा तहसील के बालेसरिया में 12 जमीनें खरीदी। हिम्मतनगर तहसील के हडियोल में 14 प्लॉट खरीदे हैं। नवागांव पंचायत में एक मकान, हिम्मतनगर मोतीपुरा में दो दुकान, सरखेज फतेहवाड़ी में दो ऑफिस, हिम्मतनगर के हजीपुर में तीन फ्लेट व छह महंगी कारें खरीदी। शेयरबाजार में पौने पांच लाख रुपए का निवेश किया है। इन सभी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। माना जा रहा है कि गुजरात पुलिस जल्द ही बनेडा आकर खरीदी गई जमीनों की जांच करेगी।