संवाद में प्रबृद्ध महिलाओं ने कहा कि महिलाओं को जागरूक रहते हुए अपनी ताकत बढ़ानी होगी, इसके लिए मोहल्ला में महिलाओं को महिला टीमें बनानी होगी। संवाद कार्यक्रम में तृप्ति ओझा, सरोज समदानी, शिवानी भरावा, मंजू अजमेरा, स्नेहलता पटवारी,नमिता समदानी, स्नेहलता भदादा, उषा समदानी, मंजू डाड व आशा समदानी ने अपनी बात रखी।
शराबियों व मनचलों पर लगें लगाम संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने बताया कि थाना क्षेत्र के प्रमुख चौराहों के साथ ही बड़ला चौराहा भीड़ भरा है, लेकिन यहां शराब की दुकानें आसपास होने और तय समय के बावजूद भी खुली रहने से यहां शराबियों व आवारा तत्वों का जमावड़ा रहता है, इससे छात्राओं व कामकाजी महिलाओंं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होती है, इन्हें रोकना जाना चाहिए। तंगे गलियों में दमकलों के आने-जाने के लिए रास्ते बनाने व प्रमुख बाजरों से अतिक्रमण हटाने की बात कही।
सादी वर्दी में रखे नजर महिलाओं ने शहर के प्रमुख बाजारों व चौराहों पर सीसी कैमरे लगाने व सादी वर्दी में पुलिस जाप्ते की तैनाती करने की बात भी कही। शहर की गलियों में तेज गति से दौड़ते बाइकर्स पर भी लगाम लगाने व चेन स्केचिंग की घटनाओं पर भी महिलाओं ने चिंता जताई। उन्होंने प्रत्येक वार्ड में बीट प्रभारी की व्यवस्था प्रभावी तरीके से लागू होने करने एवं प्रत्येक वार्ड की महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक अलग से महिला बीट प्रभारी लगाने का भी सुझाव दिया।
अनजानों से बातचीत करने से बचें थाना प्रभारी सुरेश चौधरी ने कहा कि थाना क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा व उनके अधिकारों की रक्षा के प्रति थाना पुलिस संकल्पित है। थाना पुलिस की महिला टीम के सदस्य ने क्षेत्र की महिलाओं से सम्पर्क बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया पर ग्रुप भी बना रखे है। सीएलजी व शांति समिति की बैठकों में भी प्रमुख भागीदारी रहती है। क्षेत्र की गश्त व्यवस्था को और कड़ा किया जाएगा, महिलाओं को भी चाहिए कि वह ज्वलेरी पहन कर घर से बाहर जाते समय सावधानी रखे और अनजान लोगों के बातचीत करने की कोशिश के दौरान उनसे दूरी बनाए रखे। घर परिवार मेंं बड़े बच्चों के अच्छे अभिभावक बनें और उनकी बाहर आवाजाही पर नजर भी रखे।