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भारी बारिश से उफन पड़ा राजस्थान का प्रसिद्ध झरना, बनास नदी में आया पानी, यहां भारी बारिश की चेतावनी

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भीलवाड़ा। शहर सहित जिलेभर में बुधवार को दिनभर कहीं मूसलाधार को कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। जिले के तिलस्वां, मांडलगढ़, बड़लियास, सवाईपुर व आकोला में मूसाधार बारिश हुई। वहीं उपरमाल क्षेत्र में अच्छी बारिश से प्रसिद्ध मेनाल का झरना पूरे शवाब पर बह रहा है। आकोला क्षेत्र के गांवों में बुधवार सुबह बारिश का दौर फिर प्रारंभ हुआ। इसके बाद शाम 6:30 बजे से तेज बारिश शुरू हुई। स्थानीय गांव में आधे घंटे में करीब एक इंच बारिश रिकॉर्ड की गई।

बनास नदी में पानी की आवक शुरू
तेज बारिश के कारण बनास नदी, एनीकटों, तालाबों में पानी की आवक प्रारंभ हो गई है। क्षेत्र के गेंदलिया में झमाझम बारिश हुई। गेंदलिया सहित आसपास के गांवों में दिन से उमस ने बेहाल कर दिया। लोगों को शाम 7 बजे से मेघ गर्जन, बिजली की कडक़ड़ाहट के साथ बारिश शुरू होने से मौसम खुशनुमा हो गया।

किसानों की मुश्किलें बढ़ी
किसानों की बढ़ी चिन्ता लगातार बारिश होने खेतो में खड़ी मक्का, उड़द, मूंग सहित फसलो की निराई - गुड़ाई नहीं हो पा रही है। जिससे फसलों के साथ खरपतवार भी बड़ी होने से फसलों को निकालना मुश्किल हो गया है। जिससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है। हालांकि क्षेत्र के गांवों में बरसात कम होने से बांधो में पानी की आवक नही होने से बांध खाली पड़े हुए हैं।

वर्षों पुरानी तालाब की पाल ढही
वहीं अमरगढ़ कस्बे में बुधवार सुबह हुई तेज बारिश से गांव की वर्षों पुरानी बनी तालाब की पाल भरभराकर ढह गई। गनीमत रही कि तालाब में पानी नहीं था यदि तालाब ओवरफ्लो होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के अनुसार कस्बे के इस तालाब पर वर्षों पुरानी पाल बनी हुई है। जो काफी जर्जर हालत में है। प्रशासन ने इसके बनने के बाद से अब तक इस पाल की सुध नहीं ली और बुधवार को सुबह हुई बारिश से भरभराकर ढह गई।

भारी बारिश की चेतावनी
इस बीच मौसम विभाग ने अगले दो दिन में प्रदेश के 23 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इनमे पाली, नागौर, जोधपुर, जालोर, उदयपुर, टोंक, सिरोही, सवाई माधोपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, कोटा, करौली, झालावाड़, डूंगरपुर, धोलपुर, चित्तोडगढ़़, बूंदी, भीलवाड़ा, भरतपुर, बारां, बांसवाड़ा अलवर और अजमेर शामिल हैं।