चित्तौड़गढ़ में विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भानू कुमार बुधवार को अचानक जिला कारागृह पहुंचे और निरीक्षण शुरू किया। निरीक्षण में पाया कि जिला जेल में 338 बंदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन जेल में निरीक्षण के दौरान 578 बंदी पाए गए, जो क्षमता के मुकाबले 240 बंदी ज्यादा थे।
प्राधिकरण सचिव ने इसे गंभीर मानते हुए अधिशेष बंदियों को अन्य जेलों में भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला कारागृह में निर्मित बैरकों रसोई घर, स्नान घर और शौचालय का भी निरीक्षण किया। बैरकों में लाइट एवं पंखों की व्यवस्था के साथ ही बंदियों को दिए जाने वाले पेयजल एवं खाने पीने की वस्तुओं को जांचा परखा गया।
कारागृह के रसोई घर में साफ-सफाई व्यवस्था सही नहीं थी। इस संबंध में जेल के उप अधीक्षक योगेश कुमार तेजी को निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि सोमवार रात जेल प्रबंधन के बैरकों की तलाशी के दौरान दो बंदियों से तीन मोबाइल बरामद हुए थे।