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कोरोना में लुढ़़का बाजार, फेस्टिव सीजन से उम्मीद

locationभीलवाड़ाPublished: Sep 23, 2021 09:52:34 pm

Submitted by:

Suresh Jain

ऑनलाइन खरीदारी करने की बजाय स्थानीय दुकानों से करें खरीदे तो सुधरेंगे हालात

कोरोना में लुढ़़का बाजार, फेस्टिव सीजन से उम्मीद

कोरोना में लुढ़़का बाजार, फेस्टिव सीजन से उम्मीद

भीलवाड़ा।
गत डेढ़ साल से कोरोना के कारण बाजार सुस्त है। व्यापारियों को आने वाले त्यौहारी सीजन में बाजार में ग्राहकी बढऩे की उम्मीद है। कोरोना काल में विवाह सामारोह में सीमित लोगों की अनुमति होने के कारण बाजार में व्यापार शिथिलता रही लेकिन दीपावली में और विवाह समारोह के दौरान बाजार पटरी पर दौड़ सकता है। इसी उम्मीद के साथ कपड़े के व्यापारियों ने स्टॉक रखने की तैयारी शुरू कर दी है।
मांगलिक कार्यों में गति से भी उम्मीद बढ़ी
इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े व्यापारियों को भी त्यौहारी सीजन से काफी उम्मीदें हैं। सरकार ने भी कोरोना संक्रमण कम होने से शादी समारोह में संख्या बढ़ाकर २०० की है। इससे व्यापारियों को सीजन में काफी उम्मीद है। इलेक्ट्रोनिक्स व्यापारियों ने स्टॉक करने की रूप-रेखा तैयार करने में जुटे हैं। फेस्टिव सीजन में कॉस्मेटिक्स की दुकानों पर भी बिक्री बढ़ेगी। वहीं व्यापारी संगठनों की मानें तो कोरोना के कारण लुढ़के बाजार को ऊपर उठाने के लिए स्थानीय लोगों को भी स्थानीय बाजार से खरीदारी को प्राथमिकता देनी चाहिए।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन साइटस पर ऑफर देकर ग्राहकों को एक बार के लिए आकर्षित किया जाता है। शिपिंग चार्ज, क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करने पर ब्याज व जीएसटी भी अलग से वसूली जाती है। जबकि जीएसटी सामग्री के एमआरपी में शामिल होती है। इसका कोई आंकलन नहीं करता। प्रोडक्ट पसंद नहीं आने पर रिटर्न करना व वापस ऑर्डर देने पर दस से पंद्रह दिन का समय लगता है। ऐसे में ग्राहकों को मानसिक परेशानी होती है। कोरोना में डूबे बाजार को गुलजार लाने के लिए ऑनलाइन खरीद की बजाए स्थानीय बाजारों से खरीदारी करनी चाहिए ताकि प्रत्येक व्यापारी व उसके परिवार के सदस्य इस फेस्टिव सीजन का लुत्फ उठा सकें और ग्राहक भी फिर से उपभोक्ता-व्यापारी संबंधों को फिर से पुराने ढर्रे पर लौटाने की एक कोशिश करें।
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बाजार से नहीं छीनें लक्ष्मी
दीपावली आते ही ऑनलाइन उत्पाद बेचने वाली कंपनियां बाजार में बिकने वाले सामान से कम दाम पर अपने प्रोडक्ट बेचने का प्रयास करेंगी। इस कारण हर वर्ग, विशेषकर युवा वर्ग का ध्यान ऑनलाइन खरीदारी की ओर अधिक रहता है। जानकारों की मानें तो कोरोना महामारी के कारण आमदिनों की तुलना में बाजार करीब 50 प्रतिशत तक रह गया है। ऐसे में लोगों को एक पहल करते हुए संकल्प लेना चाहिए कि वे अपने शहर में खरीदारी करें और ऑनलाइन खरीदारी करके बाजार से लक्ष्मी छीनने का काम नहीं करें।
अमित भदादा, रेडीमेड व्यवसायी
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ऑनलाइन को कहना होगा ना
बाजार को सुधारने के लिए स्थानीय लोगों को सहयोग करना होगा। त्यौहारी सीजन में ऑनलाइन बाजार को ना कहना होगा तभी अन्य लोगों को फायदा होगा। डेढ़ साल से कोरोना और ऑनलाइन शॉपिंग के कारण बाजार में मंदी है। लेकिन इस बार काफी उम्मीद है। फेस्टिव सीजन पर स्थानीय बाजारों से लोग खरीदारी करें तो सुधार होगा।
सुनील राठी, परिधान व्यापारी
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तीसरी लहर नहीं आई तो बढ़ेगी ग्राहकी
कोरोना की तीसरी लहर नहीं आई तो बाजार में ग्राहकी बढ़ेगी। इस बार सर्दियों के कपड़े भी काफी हद तक बिकने की उम्मीद है। व्यापारियों ने सर्दियों के कपड़े खरीदने के लिए अभी से आर्डर देना शुरू कर दिया है।
कपिल जैन, रेडीमेड व्यवसायी
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कई तरह की बैटरी बाजार में उपलब्ध
नवरात्र से ही सीजन के लिए व्यापारी पूरी तरह से तैयार हैं। इस बार लोगों में भी काफी उत्साह है। घर व प्रतिष्ठान को रोशन करने के लिए कई तरह की बैटरी उपलब्ध है। इन पर कम्पनियों की ओर से छूट भी देने की योजना बना रही है। ताकि कोरोना से परेशान लोगों को थोड़ी राहत मिल सके।
मयंक भदादा, बैटरी व्यवसायी
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