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सवा लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौजूदगी में चारभुजानाथ के शिखरबंद मंंदिर पर स्‍वर्ण कलश स्‍थापित

कोटड़ी चारभुजा नाथ के 18 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित शिखरबंद मंदिर पर संत खड़ेश्वरी के सानिध्य में स्वर्ण कलश स्थापना हुई

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Mhayagya in kotdi charbhujanath in bhilwara

Mhayagya in kotdi charbhujanath in bhilwara

कोटड़ी।
मेवाड़ के आस्था के धाम कोटड़ी चारभुजा नाथ के 18 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित शिखरबंद मंदिर पर संत खड़ेश्वरी के सानिध्य में स्वर्ण कलश स्थापना का महोत्सव संपन्न हुआ। रविवार को अभिजीत मुहूर्त में पंडितोंं व गुर्जर समाज के पंच पटेलोंं एवं यज्ञ समिति के संरक्षक व विधायक धीरज गुर्जर द्वारा द्वारा विधि विधान से 35 लाख रुपए का स्वर्ण कलश चढ़ाया गया। कलश स्थापना एवं यज्ञ के समापन पर समारोह में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी भाग लिया। पायलट द्वारा मंदिर में शिलालेख भी लगाया गया। इस दौरान भीड़ को देखते हुए पुलिस व प्रशासन की ओर से माकूल बंदोबश्त किए गए।

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इस मौके पर समारोह में मुख्य अतिथि के पद से बोलते हुए पायलट ने कहा कि धार्मिक आयोजन से जनकल्याण के कार्य सफल होते हैं। धार्मिक कामों से लोगों की ईश्वर में आस्था बढ़ती है। स्वर्ण कलश स्थापना के बाद यज्ञ मंडप में पूर्णाहुति का कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधान कुंड पर मगनालाल गुर्जर, विधायक धीरज गुर्जर एवं कल्याणमल गुर्जर ने यज्ञाचार्य बद्रीनारायण पंचोली व वेदाचार्य राधेश्याम शर्मा द्वारा पूर्णाहुति की आहुतियां देकर यज्ञ का समापन कराया।

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नौ दिवसीय समारोह के समापन मौके पर आयोजित महाप्रसादी के भंडारे में एक लाख लोगों ने भाग लिया। स्वर्ण कलश चढ़ाने के दौरान हेलीकॉप्टर से गुलाब के पुष्पों की वर्षा की गई। पुष्प वर्षा के दौरान भक्तों ने मंदिर प्रांगण में चारभुजा नाथ की जयकारे लगाकर कस्बे को गुंजायमान कर दिया।

सवा लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं से महाप्रसाद ग्रहण् किया
भोजन प्रसादी के लिए 40 भट्टियों पर 300 हलवाइयों ने महाप्रसाद तैयार किया। महाप्रसादी वितरण के लिए परिसर में 50 ट्रैक्टर—ट्रॉलियों से एक हजार से ज्यादा लोगों ने भोजन प्रसादी वितरित की। इससे पूर्व महायज्ञ में सात दिनों से महाप्रसादी की तैयारी की जा रही थी।