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विधायक मद से मिलेगी एक लाख तक की राशि, बढेगी बर्तन बैंकों की चमक

सरकार ने विधायक कोष से पैसा स्वीकृत करने की दी मंजूरी प्लास्टिक उत्पादों के उपयोग को रोकने की दिशा में सरकार का कदम

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MLA fund will provide up to one lakh rupees, utensils banks will shine

MLA fund will provide up to one lakh rupees, utensils banks will shine

प्लास्टिक उत्पादों के उपयोग को रोकने के लिए सरकार ने गांवों में बर्तन बैंक खोलने का निर्णय किया है। पहले चरण में प्रदेश के हर ब्लॉक में तीन-तीन ग्राम पंचायतों का चयन करने के बाद बर्तन बैंक शुरू कर दिया। कुछ ग्राम पंचायतो में इनका संचालन भी होने लगा है। इस प्रोजेक्ट को प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने विधायक कोष से जारी होने वाली राशि को लेकर निर्धारित नियमों में भी बदलाव किया है। अब विधायक कोष से प्राप्त राशि का उपयोग एमएलए अपने क्षेत्र में बर्तन बैंक खोलने में भी कर सकेंगे। नए नियमों के तहत अब हर विधायक अपने क्षेत्र के गांवों में बर्तन बैंक खोलने के लिए एक-एक लाख रुपए की स्वीकृतियां जारी कर सकेंगे। बर्तन बैंक खोलने को प्रोत्साहन देने की जानकारी विधायकों को दी जा रही है। स्टील के बर्तनों का उपयोग बढ़ाकर सरकार गांवों में स्वच्छता का माहौल बनाने का प्रयास कर रही है।

चार रुपए प्रति सैट

गांवों में शुरू किए गए बर्तन बैंक का संचालन राजीविका के स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किया जा रहा है। इससे इन समूह से जुड़े लोगों को सीधे तौर पर रोजगार भी मिल सकेगा। साथ ही गांव के लोगों को विवाह व अन्य पार्टी के आयोजन पर उचित दर पर स्टील के बर्तन भी मिल सकेंगे। एक बर्तन सैट का किराया चार रुपए निर्धारित किया गया है। बीपीएल परिवार व अन्य जरूरमंदों को छूट करने का भी प्रावधान है। डिस्पोजल आदि के उपयोग को रोकने की दिशा में सरकार ने यह कदम बढ़ाया है। इसे लेकर आमजन को भी जागरूक होने की जरूरत है। भीलवाड़ा जिले में 33 ग्राम पंचायतों में बर्तन बैंक खोले गए हैं। इन बर्तनों पर ग्राम पंचायत के नाम के साथ प्लास्टिक से नाता तोड़ो, बर्तनों से नाता जोड़ो का नारा लिखा गया है।

30 ग्राम पंचयातों शुरू हुआ बर्तन बैंक

जिला परिषद के अनुसार जिले में 30 ग्राम पंचायतों में बर्तन बैंक शुरू किया गया है। इनमें ब्राह्मणों की सरेरी, शंभूगढ़, मोठी, पाटन, लाम्बिया कलां, बल्दरखा, बामणिया, सालरिया कलां, सजावटियां, तिलस्वा, सरेरी, कंवलियास, शक्करगढ, पिपलूंद, गुढा, चिताम्बा, करेड़ा, चावडिंया, कोटडी, पारोली, बडलियास, भावलास, घोडास, संतोकपुरा, सिंगोली, सरथला, बौराणा, नाथडियास, पिथा खेडा, खांखला, सहाडा, भुणास, कोठिया, ढिकोला, फुलिया कलां, मंगरोप, सुवाणा तथा भोपतपुरा शामिल है।