
अन्तरराज्यीय तीर्थस्थल तिलस्वां महादेव मंदिर परिसर में माघ अमावस्या पर बड़ी संख्या में दर्शनार्थी उमड़े। इस दिन एक दिवसीय मेला भरा।
भीलवाड़ा।
अन्तरराज्यीय तीर्थस्थल तिलस्वां महादेव मंदिर परिसर में माघ अमावस्या पर बड़ी संख्या में दर्शनार्थी उमड़े। इस दिन एक दिवसीय मेला भरा। ट्रस्ट अध्यक्ष रमेशचंद्र अहीर व मन्दिर ट्रस्ट सचिव मांगीलाल धाकड़ ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से भगवान तिलस्वांनाथ के अभिषेक किया।
श्रद्धालुओं ने मंदिर के पवित्र कुण्ड में पवित्र स्नान कर भगवान भोले के दर्शन किए। गायों को चारा व लोगों को भोजन कराया। बीती रात जागरण हुए। सुबह मंगला आरती से श्रद्धालुओं आने शुरू हो गए। भगवान तिलस्वां नाथ ? के जयकारे व घण्टियों से मंदिर गूंजायमान हो गए। मंदिर के महन्त गोपाल लाल पाराशर ने बताया कि भगवान तिलस्वांनाथ का सुबह पंचामृत से स्नान करा आकर्षक शृंगार किया।
बरून्दनी में मेवाड़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सिंगोली चारभुजा के यहां मौनी अमावस्या पर दर्शनार्थ हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। भोर होने से पूर्व ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया जो सांझ तक चला। दोपहर में मन्दिर व मन्दिर परिसर में दर्शनार्थी उमड़े। पुजारी जगदीश चन्द्र पाराशर ने प्रतिमा का आकर्षक शृंगार किया। मन्दिर परिसर में लोकगायकों ने भजन - कीर्तन व नृत्य प्रस्तुत किए। श्रद्धालु पदयात्रा करते हुए सिंगोली चारभुजा के दर्शनार्थ पहुंचे। ग्रामीणों ने मन्दिर मार्ग, मन्दिर परिसर में लगी दुकानों पर खरीदारी की।
कोटड़ी में अमावस्या के अवसर पर कस्बे के श्री चारभुजा नाथ मंदिर में भक्तो के श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। पैदल यात्रा के जत्थे में तो कोई वाहनो से पहूंच कर मन्दिर में माथा टेका। जिले व बाहर से कई श्रद्धालु पदयात्रा कर मंदिर पहुंचे। भीलवाड़ा, सवाईपुर, किशनगढ़ बीरधोल, मंशा, अखेपुर, मार्गों से पैदल यात्री ठाकुरजी के दरबार में गाते नाचते पहुंचे। दिनभर श्रद्धालुओं की रेलमपेल रही। सुबह जल्दी ठाकुरजी को स्नान व अभिषेक कराकर रत्नजडि़त स्र्वणाभुषण से शृंगारित कर भोग चढ़ाया गया। महाआरती के बाद महाप्रसाद वितरित किया गया। मन्दिर परिसर में दिनभर भजन मण्डलियों ने भजन- कीर्तन कर ठाकुरजी की भक्ति की। दोपहर को मंदिर समिति द्वारा दानपात्र खोलने पर 16 लाख 77 हजार 450 रुपए राशि प्राप्त हुई एवं 950 ग्राम चांदी प्राप्त हुई।
बीगोद क्षेेेेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल त्रिवेणी संगम पर मंगलवार को अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया। प्राचीन शिवलिंग की पूजा-अर्चना की गई। गायों को हरा चारा डाला गया एवं दान दक्षिणा दी गई। संगम स्थित धर्मशालाओं में वैष्णव, रावणा राजपूत सहित कई समाजों की बैठक भी हुई जिसमें सामाजिक चर्चाएं की गई।
Published on:
16 Jan 2018 11:29 pm
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