उपवन संरक्षक डीपी जागावत ने बताया कि मंगलवार सुबह 55 वाटर हॉल पर समाप्त वन्य जीव गणना के दौरान 1 पैंथर, 782 सियार, 27 जरख, 38 जंगली बिल्ली, 5 बिल्ली, 65 लोमड़ी, 3 भालू, 5 बिज्जू छोटा, 33 कब्र बिज्जू, 11 काले हिरण,1974 नीलगाय , 213 चिंकारा, 683 जंगली सूअर, 64 सेही, 61 लंगूर, 9 सारस, 16 गिद्ध एवं 1076 मोर पाए गए। इस प्रकार कुल 5064 वन्य प्राणी व पक्षी वाटर हॉल पर दिखाई दिए जबकि वर्ष 2020 की वन्यजीव गणना में वाटर हॉल पर 4858 वन्य प्राणी व पक्षी देखे गए थे। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त गत 15 दिनों में जिले में कुल 29 पैंथर की उपस्थिति दर्ज की गई जिसमें सर्वाधिक 13 पैंथर करेड़ा क्षेत्र से है। जिले में पहली बार गणना के दौरान वाटर हॉल पर पैंथर की उपस्थिति भोजा जी वाटर हॉल पर दर्ज की गई है।
भीलवाड़ा जिले के करेड़ा के भोजा जी का खेड़ा में सोमवार को वन्य जीव गणना के दौरान वाटर हॉल पर पैंथर नजर आया। वही मांडलगढ़ के हर्ष सागर तालाब क्षेत्र में दो जरख दिखे। इसी प्रकार हमीरगढ़ इको पार्क में चिंकारा का समूह नजर आया। यहां जरख भी नजर आए। कई टीमें मचान पर तो कुछेक टीमें आसपास की चट्टानों पर वन्य जीव गणना के दौरान चढ़ी रही । जिले के छह रेंज में 55 वाटर हॉल एवं परम्परागत जलस्रोतों पर वन्य जीव गणना हुई।
हमीरगढ़ में चिंकारा व मोद हमीरगढ़ इको पार्क में वन्य जीव गणना मंगलवार सुबह आठ बजे तक होगी। पार्क प्रभाी देवकृष्ण दरोगा ने बताया की अब तक गणना मे चिंकारा, जंगली सूअर ,जरख, जैकाल, नीलगाय, मोर दिखाई दिए है। यहां गणना छह वाटर हाल पर की जा रही है। गणना में प्रशान्त भट्ट, राजेन्द्र प्रसाद त्रिवेदी, बालकृष्ण वैष्णव, हरिशंकर विश्नोई आदि तैनात है। उपवन संरक्षक जागावत ने भी पार्क में जीव गणना कार्य का जायजा लिया।