
सरकारी कामों में घटिया सामग्री काम में लेने से परेशान सरकार ने अब हर ब्लॉक में गुणवत्ता प्रयोगशाला खोलने के निर्देश दिए हैं।
भीलवाड़ा।
सरकारी कामों में घटिया सामग्री काम में लेने से परेशान सरकार ने अब हर ब्लॉक में गुणवत्ता प्रयोगशाला खोलने के निर्देश दिए हैं। अफसरों ने इससे बचने के तरीके ढूंढे, लेकिन सरकार ने छह स्मरण पत्र जारी कर दिए। अब अधिकारियों ने आनन-फानन में इसकी मशीनरी खरीदना शुरू कर दिया। अब दावे कर रहे हैं कि इस प्रयोगशाला को चालू कर दिया जाएगा। हालांकि इनमें अभी तक एक भी नमूने की रिपोर्ट नहीं आई है।
सरकार ने खासतौर से महात्मा गांधी नरेगा के तहत होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांचने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश की सभी पंचायत समिति में गुणवत्ता प्रयोगशाला की स्थापना के सरकार ने आदेश दिए हैं। इसकी पालना प्रदेश की कई पंचायतों में नहीं हो पाई है। सरकार ने अब अन्तिम चेतावनी पत्र जारी किया है।
जिले में आनन-फानन में गुणवत्ता जांच के लिए मशीनें मंगवाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अनुसार इनकी स्थापना 20 जुलाई 2017 के आदेश के बाद होना था। इससे जिले की 384 ग्राम पंचायत के सरपंच और ग्राम सचिवों को सुविधा मिलेगी। पंचायती राज विभाग के शासन सचिव रोहित कुमार के आदेशानुसार अब पंचायत समिति स्तर पर होने वाले निर्माण कार्योंं की गुणवत्ता के लिए सरपंच व ग्रामसेवक को सार्वजनिक निर्माण विभाग की प्रयोगशाला के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
गुणवत्ता जांच पंचायत समिति पर स्थापित होने वाली गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में हो सकेगी। जिले में 12 ही पंचायत समितियों में प्रयोगशाला स्थापित की जानी है। हालांकि 28 फरवरी के आदेश के बाद जिले की कोटडी पंचायत समिति को छोड़कर सभी जगह मशीनें आ गई है। इनमें कुछ स्थानों पर तो हाथ से चलाने वाली मशीन मंगवाई गई है। जबकि अन्य पंतायतों में विद्युत मोटर वाली मशीनें मंगवाई गई है।
इसके तहत ही पंचायत समिति में निर्माण कार्य सामग्री की जांच के लिए मशीन सहित अन्य उपकरणों की आपूर्ति प्रदेश की एक कम्पनी कर रही है। इसके लिए पंचायत समिति को अलग से बजट दिया है। जिले में प्रयोगशाला की कमी होने से रोड सहित अन्य कार्यों की गुणवत्ता की जांच समय पर नहीं हो पा रही थी। इसी को लेकर सरकार ने पंचायत समिति स्तर पर गुणवत्ता प्रयोगशाला खोलने का निर्णय किया है। इससे काम में पारदर्शिता भी आएगी।
यहां स्थापित होंगी प्रयोगशाला
जिले की सुवाणा, माण्डल, बनेड़ा, शाहपुरा, जहाजपुर, माण्डलगढ़, सहाड़ा, रायपुर , आसीन्द, हुरड़ा, बिजौलियां तथा कोटड़ी पंचायत समिति में गुण नियंत्रण प्रयोगशाला स्थापित की जानी है। ग्राम पंचायत एवं पंचायत समिति क्षेत्र में होने वाले निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच होगी। हालांकि राज्य सरकार ने प्रयोगशाला में जांच के लिए अभी तक तकनीकी कार्मिकों की नियुक्ति नहीं की है। इसे चलाने के लिए कोटा में अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया। लैब स्थापना के लिए 28 फरवरी को अन्तिम चेतावनी पत्र जारी किया गया था, फिर भी कोटड़ी में मशीन नहीं आई है। विभाग की ओर से पंचायत मुख्यालय से रिपोर्ट मांगी है।
इनकी होगी जांच
किसी भी एजेंसी के द्वारा पंचायत समिति स्तर से होने वाले कामों की जांच होगी। इसमें ग्राम पंचायतों में बनने वाले सीसी रोड, इंटरलोकिंग, ग्रेवल सड़क आदि की जांच होगी। उनकी जांच के लिए प्रयोगशाला स्थापित की जानी है। इसके लिए इलेक्ट्रोनिक कंप्रेशन टेस्टिंग मशीन, कोर कटर आदि भी आ गए हैं।
अटल सेवा केन्द्र पर लगाई मशीन
कोटड़ी पंचायत को छोडकर सभी पंचायतों में मशीनें आ गई है। जिला मुख्यालय पर भी अटल सेवा केन्द्र पर मशीन स्थापित की गई है। भीलवाड़ा, रायपुर व सुवाणा सहित अन्य स्थानों पर मशीनों से जांच शुरू होगी। अन्य स्थानों पर जांच का काम शुरू कर दिया गया है।
महेश चन्द्र शर्मा, अधिशासी अभियन्ता (मनरेगा) जिला परिषद
Published on:
01 Apr 2018 12:33 pm
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