पंचायत समिति स्तर पर बनेगी प्लास्टिक कचरा प्रबंधन
भीलवाड़ाPublished: Feb 25, 2021 09:49:42 am
गांवों को साफ सुथरा रखने की मशक्कत
पंचायत समिति स्तर पर बनेगी प्लास्टिक कचरा प्रबंधन
भीलवाड़ा।
पंचायत समिति स्तर पर प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई बनाई जाएगी, जिसके लिए स्थान का चयन किया जा रहा है। ठोस व तरल कचरा प्रबंधन परियोजना के पूर्ण होने से गांव साफ. सुथरा होगा। गलियों और नालियों में गंदा पानी जमा नहीं होगा। गीले और सूखे कचरे का उचित निस्तारण होगा।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब नगर की तरह हर गांव की गलियां चकाचक होगी। गांव में ठोस एवं तरल अपशिष्ट एवं मल प्रबंधन किया जाएगा। हर घर तक सफाईकर्मी पहुंचेंगे। सीटी बजाकर ठोस और तरल कचरा उठाकर ले जाएंगे। जिले के गांवों को खुले में शौचमुक्त यानि ओडीएफ के बाद अब एक कदम आगे स्वच्छता की ओर बढ़ाया गया है। जिला परिषद की ओर से स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण के तहत अब ओडीएफ प्लस के रूप में विकसित किया जा रहा है।
जिला परिषद के सीईओ रामचन्द्र बैरवा ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए ब्लॉक स्तर के गांवों का चयन किया गया है। इनको स्वच्छ गांव के रूप में विकसित करने के लिए ठोस कचरा प्रबंधन के तहत कार्य किए जाएंगे। इनमें नालियों का निर्माण, सोखता गड्ढा, मैजिक पिट के साथ ही कचरा निस्तारण की व्यवस्था है।
एक भाग में गीला कचरा और दूसरे भाग में सूखा कचरा रहेगा। गीले कचरे द्वारा कंपोस्टिंग का निर्माण होगा। सूखे कचरे के लिए अलग ग्रेडिंग की जाएगी। इसमें पॉलिथीन मुक्त भाग के निस्तारण के लिए पंचायत समिति स्तर पर प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई बनाएंगे, जिसे प्लास्टिक मैनैजमेंट यूनिट कहा जाएगा।
———
इस तरह होगा गांव-गांव में कचरा प्रबंधन
घर-घर से कचरा एकत्र करने के लिए वाहन खरीदेंगे।
सफाई कर्मचारियों को जरूरी उपकरण उपलब्ध कराएंगे।
हर परिवार के मकान से गांव में डस्टबीन लगाएंगे।
गंदे पानी को एक जगह तक पहुंचाने के लिए नाले-नालियां बनाएंगे।
यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से गंदे पानी को वापस उपयोग में लाया जा सकेगा।
कचरे को एकत्र कर उसे अलग-अलग किया जाएगा।
गीले कचरे से खाद बनाने के लिए कंपोस्ट पीट बनाएंगे।