31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्री डीएलएड परीक्षा: भीलवाड़ा में 33 केंद्रों पर 20743 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा

एक हजार से अधिक शिक्षकों की लगाई ड्यूटी मांडल व भीलवाड़ा में एक जून को दो पारियों में होगी परीक्षा

2 min read
Google source verification
Pre D.El.Ed Exam: 20743 candidates will appear for the exam at 33 centers in Bhilwara

Pre D.El.Ed Exam: 20743 candidates will appear for the exam at 33 centers in Bhilwara

प्रदेश में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा की ओर से आयोजित प्री डीएलएड परीक्षा -2025 में इस वर्ष बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। परीक्षा के लिए अंतिम तिथि तक राज्य में कुल 6 लाख 5 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए परीक्षा का आयोजन एक जून को दो पारियों में होगा। इसके लिए भीलवाड़ा व मांडल में 33 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 20 हजार 743 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।

राज्य के 41 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाकर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। सबसे अधिक 44 हजार अभ्यर्थियों ने जयपुर को परीक्षा केंद्र के रूप में चुना है, जबकि सबसे कम करीब 4 हजार अभ्यर्थियों ने खैरथल-तिजारा को परीक्षा केंद्र चुना है। भीलवाड़ा व मांडल में बनाए गए परीक्षा केंद्रो में 21 सरकारी व 12 गैर सरकारी विद्यालय शामिल हैं। परीक्षा शांतिपूर्ण हो इसके लिए एक हजार शिक्षकों को लगाया गया है।

नोडल अधिकारी डॉ. सावन कुमार जांगीड़ ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के शांतिपूर्ण और पारदर्शी परीक्षा आयोजन को ध्यान में रखते हुए दो पारी में परीक्षा कराने का निर्णय किया गया है। इसके तहत प्रथम पारी सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक तथा द्वितीय पारी दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित की जाएगी। लेकिन अभ्यर्थी को पहली पारी में सुबह 7:30 से 8:30 बजे तक तथा दूसरी पारी में 1 से 2 बजे तक ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद केंद्र का मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा। जांगीड़ ने बताया कि इस बार परीक्षा में पुरुषों की तुलना में महिला अभ्यर्थियों की संख्या बहुत अधिक है। इस बार 6 लाख 5 हजार आवेदनों में से करीब 4 लाख 17 हजार 500 महिला अभ्यर्थी व 1 लाख 87 हजार 500 पुरुष अभ्यर्थी हैं। इसके अतिरिक्त 18,100 अभ्यर्थियों ने अंग्रेजी भाषा में प्रश्न पत्र की मांग की है, जो कुल आवेदनों का 3 प्रतिशत से भी कम है।