बजरी की चार लीज निरस्त करने का प्रस्ताव
भीलवाड़ाPublished: Oct 30, 2020 10:55:40 pm
ग्राउंड रिपोर्ट का लोगो लगाएंक्षमता से अधिक बजरी बेची, रवन्ना का दुरुपयोग
Proposal to cancel four leases of gravel in bhilwara
भीलवाड़ा
खनिज विभाग ने खातेदारी जमीन से बजरी की चार लीज निरस्त करने का प्रस्ताव उदयपुर स्थित निदेशालय उदयपुर भेजा है। जिले में बजरी की चार लीजे खातेदारी जमीन में है। इनमें एक लीज का गत दिनों सुप्रीम कोर्ट की सेंट्रल एंपावर्ड कमेटी ने अवैध खनन व परिवहन के मामले की जांच के दौरान निरीक्षण किया। टीम को खातेदारी जमीन पर बजरी नजर न आने पर कान सिंह को आवंटित गेता पारोली की 1.0217 हैक्टेयर खातेदारी लीज निरस्त करने के आदेश दिए। लीज 17 सितम्बर २०१९ को आवंटित की थी। इससे प्रतिवर्ष 16,324 टन बजरी का दोहन का अधिकार था। खातेदार ने यहां से यह बजरी एक माह में निकाल ली। उसके बाद लीज की आड़ में बनास से अवैध दोहन कर रवन्ना का अवैध उपयोग करता रहा। खनिज विभाग उसे रवन्ना देता रहा। हालांकि विभाग ने इसकी जानकारी होने से इंकार किया। टीम ने तीन अन्य लीज की जांच तथा रिपोर्ट कमेटी को देने के निर्देश कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते को दिए। शेष तीन लीजों की जांच के बाद एक रिपोर्ट बनाई। इसमें सबको निरस्त करने के प्रस्ताव खनिज अभियन्ता ने बनाकर डीएमजी को भेजा।
क्षमता से अधिक बजरी बेची
कलेक्टर के निर्देश के बाद खनिज विभाग की रिपोर्ट के अनुसार चारों लीजधारकों ने क्षमता से ज्यादा बजरी बेच दी। यहां अवैध बजरी को वैध करने का खेल चला। जब खनिज अधिकारियों ने मौके की स्थिति और रवन्ना की जांच की तो पाया कि जितनी बजरी की क्षमता बताई थी, उससे ज्यादा रवन्ना जारी कर से बजरी निकाली। लीजधारकों पर पैनल्टी का प्रस्ताव भी तैयार किया। यह सभी लीज पांच साल के लिए दी थी।
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जिले में ये हैं चार बजरी की लीज
एमएल नंबर लीजधारक क्षेत्रफल गांव पंजीयन उत्पादन क्षमता (वार्षिक)
17/2019 लादूलाल जाट 2.7227 गोलबंदी 10 अक्टूबर १९ 24530 टन
21/2019 कान सिंह 1.0217 गेता पारोली १७सितम्बर १९ 16324 टन
27/2019 जगदीश सिंह 1.0000 बेटुंदा ३० अगस्त १९ 19602 टन
67/2019 लक्ष्मण गुर्जर 1.0137 तख्तपुरा १४ अक्टूबर १९ 11439 टन