
Security arrangements not enough at Menal Falls in bhilwara
भीलवाड़ा।
चित्तौडगढ़-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर देश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में शुमार राजस्थान की संरक्षित धरोहर मेनाल पर हजारों लोग पिकनिक मनाने के पहुंच रहे हैं। घने जंगलों में प्रकृति की वादियों के बीच लोग यहां के अनुपम सौंदर्य का लुफ्त उठाते हैं। कोई जल प्रपात के साथ सेल्फी लेने में तो कोई नहाने का आनंद लेता है। भरपूर आनंद के साथ यहां हादसे का भी बड़ा खतरा है। क्योंकि यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है। हर साल यहां हादसे होते रहे हैं, लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग एवं प्रशासन की ओर से यहां पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। ज्ञात है कि मेनाल में 11 वीं सदी का प्रसिद्ध शिवालय है। शिव मंदिर में लोहे के तीन जैक लगे हैं। गुम्बद में दरार है। इसलिए खतरा बना हुआ है। चूंकि मंदिर की दीवारों पर बेजोड़ स्थापत्य कला खजुराहो जैसी है। इसलिए यह जगह पर्यटकों को काफी लुभाती है।
झरने व नदी के पानी में यह है खतरा
-150 फीट ऊंचाई के झरने के पानी गिरने की जगह पर लोहे की बेरिकेङ्क्षडग वगैरह की सुरक्षा नहीं है। इसलिए पानी में फिसलकर नीचे गिरने का बड़ा खतरा है।
-मेनाल की नदी के पानी में चट्टानों पर फिसलन होती है, थोड़े से तेज बहाव में कोई भी असंतुलित होकर नीचे गिर सकता है। नीचे गिरते ही हाथ-पैर के फैक्चर का बड़ा खतरा है। द्य कुछ लोग कोल्ड ङ्क्षड्रक इत्यादि बोतलें पानी में ही छोड़ देते हैं, इसलिए टूटे कांच से चोट लग सकती है।
-पानी का बहाव तेज लग रहा है तो उससे आगे बढऩे की कोशिश कतई नहीं करें।
यह बरतें सावधानी
-जहां पर झरना गिर रहा है, वहां करीब जाकर सेल्फी लेने की कतई कोशिश नहीं करें।
- झरने के नीचे जाने पर पाबंदी है। इस पाबंदी को तोडऩे की कोशिश कतई नहीं करें।
-नदी के पानी में बहाव तेज रहता है, इसलिए चट्टानों को पकड़ कर ही नहाने का लुत्फ उठाएं।
-लकड़ी के बेरीकेङ्क्षडग के आगे जाने का प्रयास कतई नहीं करें। यहां फिसलन बहुत ज्यादा है।
-ज्यादा देर तक पानी में रहने से आपके शरीर व पैरों में जकडऩ आ सकती है। इसलिए ज्यादा देर तक पानी में नहीं रहें।
अच्छे नागरिक बनें
-किसी भी पर्यटन स्थल पर जाएं तो उसकी सफाई व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
- सुरक्षा मानकों व निर्देशों का कतई उल्लंघन नहीं करें।
-आपका जीवन अनमोल हैं, इसलिए खतरे के हवाले कतई न होने दें।
इनका कहना है-
संरक्षित धरोहर मेनाल में लोगों की सुरक्षा आदि के लिए विभाग ने कार्मिक की ड्यूटी लगा रखी है। झरने के करीब जाने की पाबंदी है। बांस की बेरिकेङ्क्षडग कर रखी है।
-प्रेमचंद शर्मा, संरक्षक सहायक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग
Published on:
01 Aug 2022 06:39 pm
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