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भीलवाड़ा में शनि व रवि रह सकते है लॉकडाउन में

जिले में कोरोना पॉजिटिव के केस बढ़े है, लेकिन चिंता की स्थिति नहीं है, अभी सब कुछ नियंत्रण में है। जिले में फिलहाल लॉक डाउन लगाने की संभावना नहीं है, बढते केसों पर नियंत्रण के लिए व्यापारिक एवं विभिन्न संगठनों से मंगलवार को बातचीत के बाद शहर में जरुर शनिवार व रविवार को कुछ घंटे लॉक डाउन की स्थिति बने, यह निर्णय लिया जा सकता है। जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने सोमवार शाम मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी।

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Shani and Ravi can remain in lockdown in Bhilwara

Shani and Ravi can remain in lockdown in Bhilwara


भीलवाड़ा। जिले में कोरोना पॉजिटिव के केस बढ़े है, लेकिन चिंता की स्थिति नहीं है, अभी सब कुछ नियंत्रण में है। जिले में फिलहाल लॉक डाउन लगाने की संभावना नहीं है, बढते केसों पर नियंत्रण के लिए व्यापारिक एवं विभिन्न संगठनों से मंगलवार को बातचीत के बाद शहर में जरुर शनिवार व रविवार को कुछ घंटे लॉक डाउन की स्थिति बने, यह निर्णय लिया जा सकता है। जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने सोमवार शाम मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी।

पहले ४००, अब १२००
उन्होंने बताया कि गत माह रोजाना चार सौ सेम्पल लिए जा रहे थे, लेकिन ये संख्या बढ़ा कर अब रोजाना १२०० तक हो गई है। इससे कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा भी बढ़ कर डेढ़ फीसदी हुआ है। हालांकि मरीजों के ठीक हो कर घर जाने का औसत गत माह ९० फीसदी तक था, लेकिन संक्रमितों की संख्या सेम्पलों के साथ बढऩे से यह औसत कम हुआ है, जिले में कोरोना से मृत्यु दर भी अभी १.५ फीसदी है।

जिला कलक्टर नकाते ने बताया कि जिले में १८ मार्च से अभी तक लिए कुल ३६ हजार सेम्पल में ५११ संक्रमित आए है, एक जुुलाई से अभी तक के १३००० सेम्पल में १७५ संक्रमित मिले है।

रोजगार का मुद्दा

उन्होंने स्पष्ट किया कि लॉडाउन से समाधान संभव नहीं है, क्यूंकि हजारों परिवार दैनिक रोजगार से जुड़े हुए है। उद्योग धंधों में बड़ी संख्या में श्रमिक काम कर रहे है। अब डरने की नहीं वरन जागरूकता व सावधानी से सामना करने की जरुरत है।

संगठनों से कर रहे बातचीत
नकात ने कहा कि जिले व शहर में एक पखवाड़े में केसों की संख्या, जिस तेजी से बढ़ी है, वह चिंतनीय जरुर है। शनिवार व रविवार को काम का दबाव कम रहता है, एेसे में उक्त दो दिन लॉक डाउन की भांति घरों में रह कर काम किया जा सकता है। इसके लिए विभिन्न संगठनों से निर्णय कर जल्द निर्णय ले लिया जाएगा।

कलक्टर ने खाने पर उठे सवालों पर कहा कि एमजीएच में कोरोना संक्रमित रोगियों को रखा जा रहा है, अत: यहां के रोगियों का खाना उसी स्तर का है, जबकि अन्य कोविड सेंटर व क्वांरटीन सेंटर में भी खाना उच्च स्तर का ही दिया जा रहा है।

हेलमेट व मास्क तो लगाना ही होगा

पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने कहा कि सड़क के साथ सेहत की सुरक्षा सबसे जरुरी है। सोशल डिस्टेसिंग व मास्क नहीं पहने वालों के खिलाफ कार्रवाई एवं लोगों को जागरूक करने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन ने संयुक्त टीम गठित की है। यह टीमें सोमवार से ही अपने काम में जुट गई है है। उन्होंने बताया कि मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ पुलिस की सख्ती लगातार रही है। १८ मार्च से ५ जुलाई तक पुलिस ने मास्क नहीं पहनने पर २०२५ जनों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन छह मार्च से और सख्ती लाई गई। ६ जुलाई से २७ जुलाई तक जिले में पुलिस ने ५४११ लोगों के खिलाफ चालान बनाए है।

सोशल डिस्टेंस को लेकर पुलिस गंभीर
पुलिस अधीक्षक ने बतायाकि सोशल डिस्टेसिंग को लेकर भी पुलिस ने गंभीरता दिखाई है १८ मार्च से ०५ जुलाई तक १०६७ के खिलाफ सोशल डिस्टेसिंग की पालना नहीं करने को लेकर चालान बनाए गए। इसमें भी छह जुलाई से और सख्ती लाई गई। ६ जुलाई से २७ जुलाई के बीच सोशल डिस्टेसिंग की पालना नहीं करने पर ४८२४ चालान बनाए गए।चन्द्रा ने कहाकि हेलमेट अब सेहत व सुरक्षा का बड़ा हिस्सा हो गया है, लोगों को दुपहिया वाहन संचालन के दौरान हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए और कार चालकों को भी सीट बेल्ट लगाना चाहिए।