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स्कूलों की जर्जर हालत पर सख्ती : 31 जुलाई तक पूरे प्रदेश में होगा सर्वे

स्कूलों को मिलेंगे मरम्मत के लिए 2-2 लाख रुपए

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Strictness on dilapidated condition of schools: Survey will be done in the entire state by July 31

Strictness on dilapidated condition of schools: Survey will be done in the entire state by July 31

शिक्षा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को 31 जुलाई तक 26 बिंदुओं के आधार पर सभी विद्यालयों का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। यह निर्देश शनिवार दोपहर को आयोजित वीसी के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्यालय में खेल मैदान खराब है या भवन जर्जर स्थिति में है, तो तुरंत मरम्मत व सुधार कार्य शुरू किया जाए। स्कूलों में फर्स्ट ऐड बॉक्स भी रखा जाए ताकि किसी छात्र के चोट लगने पर तुरंत उपचार किया जा सके।

स्कूल को मिलेंगे 2-2 लाख रुपए

मरम्मत कार्यों के लिए कुछ सरकारी विद्यालय को 2 लाख रुपए की विशेष सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

कोई स्वागत-सत्कार नहीं करेगा

झालावाड़ की घटना को लेकर प्रदेशभर के स्कूलों में सात दिन का शोक रखा जाएगा। शिक्षा सचिव कुणाल ने मौखिक रूप से कहा कि शोक के दौरान कोई सांस्कृतिक या समारोह का आयोजन नहीं होगा। कोई मंत्री भी आता है तो उनका स्वागत सत्कार नहीं होगा।

26 बिन्दु के आधार पर होगा सर्वे

जांच या सर्वे के लिए कुल 26 बिन्दुओं को शामिल किया। इसमें मुख्य रूप से स्कूल भवन की छत व दीवारों में दरारें। सीलन या पानी टपकने की स्थिति। बरामदे या शौचालय की स्थिति। खेल मैदान की उपयोगिता और मरम्मत। बिजली, पंखे, और फर्नीचर की सुरक्षा। अग्निशमन यंत्र उपलब्धता। स्कूलों में पानी भरने की स्थिति। समेत अन्य बिन्दू शामिल है।

यह भी दिए निर्देश

  • - स्कूल भवनों की भौतिक सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।
  • - बच्चों की जान की कीमत किसी औपचारिकता से ऊपर नहीं होगी।
  • - सभी जिला अधिकारी निगरानी टीम गठित करें और रिपोर्ट दें।
  • - सर्वे में लापरवाही बरतने पर तुरंत निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।