
Summer camp in bhilwara
भीलवाड़ा।
गहने पहनने का शौक तो सभी को होता है पर भारी होने की वजह से मन मसोस कर रह जाते है, लेकिन अब मन मसोसने की जरूरत नहीं। आज हर तरह के गहने बाजार में उपलब्ध है। कई बार डिजाइन व मेटल के होने से ये भारी हो जाते है। फिर बच्चों के नाजुक कान दुखने लगते है। पेपर के गहने बनाना सिखा रहे है, राजस्थान पत्रिका के पाई समर कैम्प में।
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जहां पेपर कूलिंग ज्वैलरी की कक्षा चल रही है, पैरेंट्स भी बच्चों को कागज के आभूषण निर्माण में एक्सपर्ट बनाने के लिए पाई की कक्षा का सहारा ले रहे हैं। रोडवेज बस स्टैण्ड के नजदीक स्थित वर्धमान सीनियर सैकण्डरी स्कूल में चल रहे समर कैम्प में पिछले छह दिनों से समर कैम्प में सीखने-सिखाने का दौर जारी है। जहां ट्रेनर भी रोचक तरीके से बच्चों को सिखा रहे हैं।
पेपर कूलिंग ज्वैलरी प्रशिक्षक खुशी सोनी का कहना है कि एक बार पेपर के आभूषण आजमा कर जरूर देखें। पेपर को रोल करके और क्विलिंग तकनीक से कैम्प में खुद बच्चे भी शौक से कागज के गहने बना रहे हैं। इन्हें बनाने के लिए चाहिए रंग-बिरंगे कागज, क्लच तार, धागे, इयर लूप्स व कुछ पुराने इयरटॉप्स। इन्हें अपने पुराने इयर टॉप्स के ऊपर चिपका कर भी बना सकते है। इन पेपर बीड्स से सिर्फ गहने ही नहीं, बल्कि बहुत सारी अन्य चीजें भी बना सकते है। इन क्विलिंग से ग्रीटिंग काड्र्स, डेकोरेटिव पैनल, फोटो फ्रेम्स के बॉर्डर, तोरण के झालर व परदे के हुक्स आदि भी बना सकते है।
इधर, क्ले आर्ट एंड पोर्ट डेकोरेशन कक्षा में बच्चों को अनुपयोगी वस्तुओं के उपयोग के तरीके बताए जा रहे है। प्रशिक्षक मीनाक्षी जागेटिया ने बताया कि बच्चों को बेकार चीज से सामान बनाने की विधि बताई गई। आर्ट एंड क्राफ्ट पेंटिंग में बच्चे अपने हाथों से पेपर बैग, आइसक्रीम स्टिक से टोकरी बनाना, पैन स्टैंड बनाने में माहिर हो रहे है।
कक्षा का मुख्य उद्देश्य घर में बेकार पड़ी चीजों से सामान तैयार करना है। वहीं फ्लावर व कार्ड मेकिंग कक्षा में बच्चों को प्रशिक्षण दे रही मीनाक्षी जागेटिया का कहना है कि फ्लावर मेकिंग एक हस्तकला है, जिसमें कोई भी हाथों से तरह-तरह के फूल बना कर बाजार में सप्लाई कर सकते है। कागज व कपड़े के फूल देखने में तो बेहद ही सुंदर लगते ही हैं, साथ ही कभी मुरझाते भी नहीं है। कई सारे फूलों को बनाने का स्टेप बाई स्टेप तरीका हम बच्चों को सीखा रहे हैं। फ्लावर मेकिंग में कॅरियर बनाकर कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
36 कोर्सेज का ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन
पाई के तत्वावधान में जिंदल सॉ लिमिटेड के सहयोग से आयोजित इस समर कैम्प में 48 से ज्यादा कोर्सेज का प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिया जा रहा है। सोमवार से ही शुरू होने जा रहे समर कैम्प में ग्रुप ए, बी, सी, डी, ई व ग्रुप एफ के करीब ३६ कोर्सेज के लिए ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन हो रहे है। कोर्स में फिटनेस फॉर फिमेल, पॉवर योगा, सिन्थेसाइजर, पर्सनेलिटी डवलपमेंट, पत्रकारिता, वैदिक मैथ्स, फोटोग्राफी, जुम्बा डांस, मल्टी क्यूसिन कुकिंग, आर्किटेक्चर डिजाइनिंग, 3डी प्रिंटिंग, बेसिक कंप्यूटर, टेली, ग्राफिक डिजाइनिंग व एनीमेशन, स्केचिंग, केलीग्राफी, सिल्क थ्रेड ज्वैलरी, मेहंदी व फैशन डिजाइनिंग, स्पोकन इंग्लिश, को हेयर एंड ब्यूटी केयर, को गिटार, 3डी ड्राईंग, को इंटीरियर डिजाइनिंग, लोकिंग पोपिंग, हिप होप, कन्टेम्परी डांस, बॉडी बिल्डिंग, वेब डिजाइनिंग व कम्प्यूटर हार्डवेयर, एेरोबिक्स, सेल्फ मेकअप एंडसाड़ी ड्रेपिंग, फन फूड तथा इंग्लिश ग्रामर कोर्स का प्रशिक्षण शामिल है। इच्छुक विद्यार्थी एवं युवा सुबह 7 से 11 बजे तक वर्धमान सीनियर सेकण्डरी स्कूल में आयोजित समर कैम्प में ऑन द स्पॉट तथा सुबह 11 से शाम 6बजे तक पांसल चौराहा स्थित राजस्थान पत्रिका कार्यालय में भी पंजीयन करवा सकेंगे।
Published on:
20 May 2018 01:41 pm
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