
एआई तस्वीर
भीलवाड़ा। महात्मा गांधी अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर शराब के नशे में आपस में भिड़ने वाले तीन इंटर्न छात्रों पर अब निलंबन की कार्रवाई हो सकती है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज में आयोजित पिनाका मेडफेस्ट-2025 से लौटने के बाद हुए हाई वोल्टेज ड्रामे को कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. वर्षा सिंह ने मामले की जांच अनुशासन समिति को सौंप दी है। समिति को सात दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सके।
मेडिकल कॉलेज में आयोजित पिनाका मेडफेस्ट-2025 कार्यक्रम के दौरान तीन इंटर्न छात्रों के बीच खाने को लेकर विवाद हो गया था। छात्रों की स्थिति और व्यवहार को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने तत्काल हस्तक्षेप किया। कार्यक्रम की गरिमा बनाए रखने के लिए तीनों को वहां से हटाकर एमजीएच परिसर स्थित हॉस्टल भेज दिया गया। हालांकि विवाद वहां शांत होने के बजाय और बढ़ गया।
हॉस्टल पहुंचने से पहले ही एमजीएच के आपातकालीन चिकित्सा विभाग के बाहर तीनों छात्र आपस में भिड़ गए। सूत्रों के अनुसार तीनों शराब के नशे में थे और एक-दूसरे से गाली-गलौज कर रहे थे। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि उन्होंने शराब की खाली बोतलों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया। इस घटना में तीनों छात्र घायल हो गए।
सूचना मिलने पर भीमगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। घायल तीनों छात्रों को अस्पताल में उपचार दिलाया गया। पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में तीनों को गिरफ्तार किया। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. वर्षा सिंह ने कहा कि कॉलेज परिसर में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस घटना ने न केवल कॉलेज की छवि को प्रभावित किया है, बल्कि चिकित्सा जैसे जिम्मेदार पेशे की गरिमा पर भी सवाल खड़े किए हैं।
Published on:
27 Dec 2025 07:54 pm
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