इस हादसे में दंपति सहित परिवार के सदस्य बाल बाल बच गए। पार्षद ने बताया कि मकान मालिक सिंह अपनी पत्नी, मां और तीन बच्चों के साथ ऊपर की मंजिल पर खाना खा रहा था। नींव के पास वाली जैसे ही दीवार ढही। धमाके की आवाज सुन मोहल्लेवासी बड़ी मात्रा में जमा हो गए। इधर, खाना खा रहे परिवार के सदस्य आनन फानन में सब कुछ छोड़ कर नीचे की ओर भाग कर बिखरे मलवे में पैर जमा कर बाहर निकले।
जैसे ही परिवार के सातों सदस्य बाहर निकले। मकान का दूसरा भाग भी पूरी तरह ढह गया। दो मंजिल का मलवा विद्युत पोल पर गिरने से पूरे मोहल्ले की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। मोहल्ले के घरों में अंधेरा छा गया। मकान ढहने से उठे धूल के गुबार व अंधेरा होने से मोहल्ले में और अफरा तफरी मच गई।
विद्युतकर्मी के पहुंच कर विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर भयावह नजारा देखने को मिला। ढहे मकान में खाने, पीने, ओढ़ने बिछाने बर्तन आदि अब सामन मलवे में दब गए।
बड़ा हादसा टला
चंद्रप्रकाश सेन ने बताया कि इसी मोहल्ले में अरुण राव के बच्चे के मुंडन संस्कार के गाजे बाजे बज रहे थे तथा मोहल्ले में पप्पू दमानी के बच्चे की शादी होने के कारण डीजे पर लोग नाच कूद रहे थे। ढहे मकान के बाहर सड़क पर लोगों का आना जाना अनवरत रूप से जारी था। हादसे के दौरान कोई व्यक्ति सड़क पर मौजूद नहीं होने से कई लोगों की जिंदगी बच गई व हादसा टल गया।
कुछ भाग झर झर होने से तथा शेष भाग गिरने के कगार पर होने से जेसीबी की मदद से हटाने के प्रयास किए जा रहे ताकि शेष मकान ढहने से और कोई हादसा ना हो। इस हादसे की सूचना नगर परिषद व प्रशासन को दी गई। समाचार लिखे जाने तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे।