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गुवारड़ी में टायर जलाकर ऑयल बनाने वाली फैक्ट्री पर घमासान

- जहरीली गैसों से ग्रामीण बीमार, कैंसर, अस्थमा के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता

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A fierce clash erupted at a factory in Guwardi that was making oil by burning tires.

A fierce clash erupted at a factory in Guwardi that was making oil by burning tires.

भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़ के गुवारड़ी स्थित क्वालिटी सूटिंग प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बड़े पैमाने पर टायर जलाकर ऑयल तैयार करने के विरोध में ग्रामीणों का गुस्सा उबल रहा है। गांव में जहरीली गैस के प्रभाव से बढ़ती बीमारियों एवं दूषित वातावरण को लेकर गांव के लोग भयभीत हैं। ग्रामीणों के अनुसार फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले धुएं ने पूरी आबादी को बीमार कर दिया है। हालात इतने खराब हैं कि बच्चों तक का भविष्य खतरे में पड़ गया है।

50 फीसदी आबादी बीमार

फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण गांव के 50 प्रतिशत लोग अस्थमा और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। अब तक गांव में 15-20 लोगों की कैंसर से और लगभग 50 लोगों की अस्थमा से मौत हो चुकी है। प्रदूषण के कारण औसत आयु भी कम हो रही है। फैक्ट्री के नजदीक राउमावि गुवारड़ी स्थित है। बच्चों को सांस लेने में परेशानी होती है। आंखों में जलन होना। सिरदर्द जैसी समस्याएं आम हैं। दुर्गंध और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कई बच्चों ने विद्यालय छोड़ दिया है।

पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन के आरोप

यह उद्योग रेड कैटेगरी में आता है। आबादी के पास चलाने की अनुमति नहीं दी जाती। फैक्ट्री को एनओसी देना कई सवाल खड़े करता है। ग्रामीणों ने सीएमओ, पीएमओ एवं प्रदूषण विभाग में कई शिकायतें दर्ज करवाईं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। फैक्ट्री संचालक की राजनीतिक पहुंच के कारण कार्रवाई टलती रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिन में फैक्ट्री बंद नहीं हुई तो उग्र आंदोलन होगा। उधर, मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी धनेटवाल ने बताया कि फैक्ट्री परिसर दोनों जगह उपकरण लगाकर गैसों का स्तर मापा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

पत्रिका ने पहले भी उठाया था मुद्दा

पत्रिका के 15 अक्टूबर 2024 के अंक में “फैक्ट्री से प्रदूषण का आरोप, ग्रामीणों ने दिया धरना, हंगामा” शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद मंडल की टीम ने जांच भी की।