
ढोल-नगाड़ों के साथ निकली बारात (फोटो- पत्रिका)
गंगापुर (भीलवाड़ा): लाखोला गांव से एक अनोखी बारात नौ नावों में सवार होकर तालाब के रास्ते निकली, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई। लाखोला निवासी मांगीलाल जाट के पुत्र कन्हैयालाल जाट की बारात तीन किलोमीटर दूर बघेरा गांव जानी थी। परिवार और रिश्तेदारों ने इस अवसर को यादगार बनाने के लिए नावों से बारात ले जाने का निर्णय लिया।
इसके लिए नौ नावों को आकर्षक ढंग से सजाया गया। ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच बाराती नावों में सवार होकर तालाब के रास्ते तीन किलोमीटर का सफर तय करते हुए बघेरा पहुंचे। यह दृश्य देखने के लिए तालाब किनारे ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों में खासा उत्साह नजर आया और दिनभर इस अनोखी बारात की चर्चा होती रही।
ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने बैलगाड़ियों में बारातें तो कई बार देखी हैं, लेकिन नावों में बारात का नजारा पहली बार देखने को मिला। जैसे ही नावों से बारात पहुंची, दुल्हन पक्ष के परिजन और रिश्तेदार गाजे-बाजे के साथ तालाब तट पर पहुंचे और बारातियों का जोरदार स्वागत किया। महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाकर बारात का अभिनंदन किया। यह अनोखी पहल सभी के लिए यादगार बन गई।
चर्चा का विषय बनी बारात न केवल दूल्हे और दुल्हन के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए भी एक यादगार बन गया, जिस किसी ने भी इस नजारे को देखा, वह हैरान रह गया। शादी के इस नए और क्रिएटिव तरीके ने लोगों का ध्यान खींचा और पूरी इलाके में इसकी चर्चा होने लगी। यह शादी न सिर्फ दूल्हे के परिवार के लिए, बल्कि गंगापुर और लाखोला क्षेत्र के लोगों के लिए भी एक यादगार लम्हा बन गई।
Updated on:
13 Dec 2025 02:07 pm
Published on:
13 Dec 2025 12:46 pm
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