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भीलवाड़ा के कलक्टर क्यों बोले, अभी कड़वा घूंट पीना पड़ेगा

patrika.com/rajsthan news

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भीलवाड़ा. 43 दिन से घरों में बंद लोग अब तीन मई को लॉकडाउन के अगले आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच एक अच्छी खबर आई है कि भीलवाड़ा जिला रेड कैटेगरी से ओरेंज कैटेगरी में आ गया है। मतलब यहां कुछ खतरा कम हुआ है। अब यहां का जिला प्रशासन यहां के हालातों के हिसाब से कुछ छूट दे सकता है। हालांकि जिला कलक्टर राजेंद्र भट्ट का कहना है कि ये कैटेगरी तो कभी भी बदल सकती है। ओरेंज कैटेगरी का मतलब यह नहीं है कि हम बिल्कुल सुरक्षित हो गए हैं। हम अभी अलर्ट मोड पर है। ऐसे में सावधानी रखना बहुत जरूरी हो गया है। यदि ग्रीन कैटेगरी में आए तो थोड़ा सुरक्षित महसूस कर पाएंगे। कोरोना के हालात को लेकर जिला कलक्टर भट्ट से पत्रिका की बातचीत।
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जिला कलक्टर से बातचीत
सवाल: भीलवाड़ा रेड से ओरेंज कैटेगरी में आ गया। अब क्या बदलाव होगा।
जवाब: ग्रीन कैटेगरी में आने पर बदलाव होता है। ये तो अभी टेंपरेरी चीजे हैं। अभी कितने मरीज है। कितने ठीक हो गए और कितने दिन में डबल हो रहे हैं। इस आधार पर कैटेगरी बदलती रहती है। फिलहाल हम अलर्ट मोड पर हैं।
सवाल: 42 दिन से शहर में लॉकडाउन है। लोगों के सहयोग पर क्या कहेंगे।
जवाब: भीलवाड़ा की जनता ने इस महामारी से निपटने में जो योगदान दिया है वे भूल नहीं सकते। कुछ दिन और यह कड़वा घूंट पीना पड़ेगा। इसके बाद हम सेफ जोन में आ जाएंगे।
सवाल: शुरूआत में भीलवाड़ा हॉटस्पॉट बना। बाद में भीलवाड़ा मॉडल से चर्चा में आया। इस पर क्या कहेंगे।
जवाब: जब एक साथ मरीज आए तो अचानक चिंता बढ़ी। राजस्थान में सबसे ज्यादा मरीज थे। टीम वर्क से काम किया तो इस पर काबू पाया। इसे भीलवाड़ा मॉडल नाम मिला। खुशी है कि इस पैटर्न में देश में कई जगह काम हो रहा है।
सवाल: क्या अब भीलवाड़ा में थोड़ी छूट मिल सकती है।
जवाब: देखिएए खतरा कम हुआ तो कुछ उद्योगए माइंस को सशर्त संचालन की अनुमति है। बस इनको पालना करनी होगी। बाजार में भी कई जगह दो.दो घंटे की छूट दी है। इससे मार्केट में जरुरत की वस्तुएं मिलने लगी है।
सवाल: लॉकडाउन में कई लोगों के पास खाने को नहीं बचा है। प्रशासन क्या मदद कर रहा है।
जवाब: गांवों में खाद्य सामग्री के किट बांटे हैं। शहर में भी ऐसी ही व्यवस्था है। किसी को भूखा नहीं सोने दिया जा रहा है।
सवाल: बाहर से कई लोग यहां आ रहे हैं। इनके रोजगार के लिए क्या व्यवस्था रहेगी।
जवाब: नरेगा में काम चालू है। भीलवाड़ा औद्योगिकनगरी है। बाहर के लोग यहां काम कर रहे हैं तो यहां के लिए कोई तकलीफ नहीं है। इस बार पानी अच्छा है तो कई लोग खेती का रास्ता भी अपना रहे हैं।
सवाल: जहां पॉजिटिव रोगी मिले थे वहां कफ्र्यू लगाया थाए अब क्या स्थिति है।
जवाब: उन क्षेत्रों में कफ्र्यू हटाकर अब धारा 144 लागू है। सख्ती रहेगी लेकिन कुछ छूट दी जा रही है।