
शहर की बदहाल लश्कर रोड।
भिण्ड. सरकार की ओर से नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने स्वीकार किया कि एक लाख रुपए से कम के बजट के तीन हजार 510 निर्माण कार्य इस अवधि में स्वीकृत किए गए, जिनमें से दो हजार 881 कार्य पूर्ण कराए गए। स्वीकृत कार्यों पर 35 करोड़ रुपए से अधिक की फाइलें हैं। नियमानुसार सीएमओ को एक माह में एक लाख रुपए तक की एक ही फाइल स्वीकृत करने का अधिकार है। मंत्री ने अधिकारियों द्वारा भेजे गए जवाब को पढकऱ सुनाने पर विधायक कुशवाह ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर अधिकारी इसमें दोषी हैं, इसलिए दायरे में आ रहे अधिकारियें को निलंबित किया जाए। हालांकि नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि एसआईटी गठित कर दी गई है और सात दिन में प्रतिवेदन मांगा गया है। प्रतिवेदन के आधार पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विधायक ने यह मामला बुधवार को फिर तारांकित प्रश्न के तहत उठाया और कहा कि निर्माण कार्यों के नाम पर सडक़ों को खोदकर डाल दिया गया है, नालियां भी टूटी व उखड़ी हैं, जिससे पेयजल की पाइप लाइनें लीकेज हो गई हैं और दूषित पेयजल आपूर्ति से बीमारियां फैल रही हैं। विधायक ने कहा कि हमारे पास 35 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य स्वीकृत करने दस्तावेज हैं। विधायक ने इस अवधि में पदस्थ रहे मुख्य नगरपालिका अधिकारियों के नाम भी मांगे। इस पर मंत्री ने बताया कि जयरानारायण पारा, सुरेंद्र शर्मा, ज्योति सिंह, ओमनारायण सिंह और एसडीएम इस अवधि में पदस्थ रहे। वर्तमान में वीरेंद्र तिवारी बतौर सीएमओ पदस्थ हैं। सवाल के जवाब में कहा गया है कि जांच समिति की जांच के दौरान जो भी दस्तावेज साक्ष्य के तौर पर विधायक के पास उपलब्ध हों, वे उपलब्ध कराए जा सकते हैं। उन्हें भी जांच में शामिल किया जाएगा और उनके प्रकाश में ही जांच की जाएगी। हालांकि विधायक इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। हालांकि मंत्री ने कहा कि विधानसभा प्रश्न सामने आने के बाद ही जांच समिति का गठन किया गया है।
मंत्री का जवाब जमीनी हकीकत से अलग
विधानसभा में मंत्री द्वारा दिए गए जवाब के विपरीत शहर में सडक़ों की स्थिति है। लश्कर रोड सहित कुछ सडक़ों को बनवाया गया था, कुछ वार्डोंं में सीसी सडक़ें भी बनी हैं, लेकिन ज्यादातर उखड़ी पड़ी हैं। खराब सडक़ की वजह से ही दो दिन पूर्व बाइक सवार तीन युवक दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे और उनमें से एक की मौत भी हो चुकी है। डॉक्टर्स लेन, हाउसिंग कॉलोनी में पुरानी घासमंडी रोड, आर्यनगर की सभी सडक़ें, वाटरवक्र्स, नबादा बाग, अटेर रोड से सटे मोहल्लों, सुभाष नगर के गली-मोहल्लों की सडक़ें उखड़ी पड़ी हैं। बीटीआई रोड, अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर होते हुए पूरी उखड़ी पड़ी है।
मंत्री को अधिकारियों ने गलत जानकारी दी
नगरीय विकास एवं प्रशासन विभाग के मंत्री के जवाब के बाद विधायक कुशवाह ने कहा कि मंत्री को अधिकारियों ने गलत जानकारी दी है। लेखा वित्त नियम 2018 के अनुसार सीएमओ एक माह में एक लाख से नीचे की एक ही फाइल बना सकते हैं। अधिकारी गलत जानकारी दे रहे हैं। विधायक के सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि भिण्ड शहर में डामरीकृत एवं सीसी सडक़ों, नालियों का निर्माण कराया गया है, बिजली, पानी की समस्या भी नहीं है। समय पर कार्य कराए जा रहे हैं। स्ट्रीट लाइटें भी लगाई जा रही हैं और सडक़, नाली व बिजली संबंधी शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है। नागरिकों में कोई रोष नहीं है। जबकि एक सप्ताह पहले ही बाजार में व्यापारी गंदे पानी की समस्या उठा चुके हैं। वहीं अभी भी पुरानी बस्ती क्षेत्र में गंदा नल जल आपूर्ति किया जा रहा है।
जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी
विधायक के सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा है कि पहले कार्रवाई की जगह जांच हो जाने दो। जांच प्रतिवेदन में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जागएी। विधायक ने चार हजार से ज्यादा फाइलों का मामला उठाया था, लेकिन विधानसभा में साढ़े तीन हजार की ही जानकारी भेजी गई है। जहां सीएमओ को एक माह में एक लाख रुपए तक की एक फाइल करने का अधिकार है, वहीं यहां एक माह में 700 से अधिक फाइलें भी स्वीकृत करने के मामले हैं।
Published on:
15 Feb 2024 11:15 am
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