नगरीय क्षेत्र
में संचालित ढाई दर्जन से अधिक
निजी स्कूलों की पाठ्य पुस्तकें
और यूनीफार्म एक ही दुकान पर
मिलने से अभिभावकों की न केवल
परेशानी बढ़ गई है बल्कि इन्हें
मनमाने दाम चुकाने को मजबूर
होना पड़ रहा है जबकि नियमानुसार
किसी भी प्राइवेट स्कूल की
पाठ््य पुस्तकें और यूनीफार्म
कम से कम तीन दुकानों पर मिलना
चाहिए।