6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

MP Election 2023 : मेहगांव सीट पर 64.92% मतदान, भाजपा ने बागी को तो कांग्रेस ने खेला पूर्व अफसर पर दांव

भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा सीट क्रमांक- 12 पर शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को संपन्न हुए मतदान में 64.92 फीसदी फाइनल वोटिंग हुई है।भाजपा ने राकेश शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने राहुल सिंह भदौरिया को चुनावी मैदान में उतारा है।

4 min read
Google source verification
MP Election 2023

MP Election 2023 : मेहगांव सीट पर 64.92% मतदान, भाजपा ने बागी को तो कांग्रेस ने खेला पूर्व अफसर पर दांव

मध्य प्रदेश के चंबल संभाग के अंतर्गत आने वाले भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार पूरे दम खम के साथ चुनावी मैदान में उतर चुके है। एक तरफ भाजपा ने पूर्व बागी राकेश शुक्ला को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने राजस्व निरीक्षक के पद से बीते दिनों बर्खास्त हुए राहुल सिंह भदौरिया को टिकट दिया है। राहुल भदौरिया कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के भांजे भी हैं। हालांकि, भाजे को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी के ही नाराज नेताओं ने कांग्रेस पर पक्षपात का भी आरोप लगाया है।

17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में मेहगांव विधानसभा सीट पर 64.92 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 63.82 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 61.85 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है।

यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा

उपचुनाव के समीकरण

साल 2020 में हुए उपचुनाव नतीजों की बात करें तो यहां कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए ओपीएस भदौरिया ने जीत दर्ज की थी। भदौरिया ने कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्व सत्यदेव कटारे के पुत्र हेमंत कटारे को 12,036 वोटों से हराया था। भदौरिया को 73,599, जबकि कटारे को 61,563 वोट मिले थे। यहां तीसरे नंबर पर बीएसपी रही थी। 2020 में हुए उपचुनाव के दौरान मेहगांव क्षेत्र में कुल 45.15 फीसदी मतदान हुआ था।

यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मुंगावली विधानसभा पर सिंधिया का प्रभाव, इस सीट पर 3 साल में 3 बार हुए चुनाव, जाने क्यों ?


भाजपा के राकेश शुक्ला

इस बार भाजपा ने मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काटकर अपने पुरानी बागी नेता राकेश शुक्ला पर दांव खेला है। राकेश शुक्ला 2008 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन 2013 में भाजपा ने उनका टिकट काट दिया था। टिकट कटने के बाद राकेश शुक्ला ने भाजपा से बगावत करके समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। शुक्ला ने 2013 का चुनाव इसी पार्टी से लड़ा था, लेकिन हार गए थे।

यह भी पढ़ें- mp election 2023 : भाजपा से 33 साल बाद कांग्रेस जीत पाई थी अशोकनगर सीट, 2020 में फिर छिन गई, अब कौन जीतेगा ?


कांग्रेस के राहुल सिंह भदौरिया

कुछ दिनों पहले तक राजस्व निरीक्षक यानी आर आई के पद हटाए जाने के बाद राहुल सिंह भदौरिया को कांग्रेस पार्टी ने मेहगांव सीट से अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतार दिया है। बीते महीने ही राहुल सिंह को उनकी नौकरी से बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है। रिश्ते में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के भांजे राहुल सिंह बर्खास्तगी के बाद तुरंत कांग्रेस के टिकट पर प्रत्याशी बनाकर मेहगांव विधानसभा में चुनाव मैदान में उतर आए हैं।

यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भिंड विधानसभा में इस बार रोचक है मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस ने बागियों पर खेला दांव


मेहगांव विधानसभा के मतदाता

मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 77 हजार 319 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 51 हजार 239 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 26 हजार 78 है।

यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : अंबाह सीट पर एससी का आरक्षण पर राजपूतों का होल्ड, तगड़ा होगा घमासान

मेहगांव विधानसभा की जनता की आवाज

1- जिले में कम से कम 6 फ्लाईओवर होना चाहिए, रेलवे क्रॉसिंग, लहार रोड, सुभाष तिराहे से इंदिरा गांधी चौराहे तक फ्लाईओवर बनने चाहिए।

2- जिला नदियों से घिरा हुआ है। यहां डैम बनाकर विद्युत उत्पादन की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे न सिर्फ जिले की बिजली जरूरतों की आपूर्ति होगी, बल्कि हम अन्य राज्यों को बिजली बेचने में भी सक्षम होंगे।

3- प्रदेश में सबसे ज्यादा शहीद जिले में हैं। यहां राष्ट्रीय नहीं तो कम से कम प्रदेश स्तर का शहीद स्मारक बनाया जाना चाहिए।

4- यहां उच्च तकनीकी या व्यावसायिक शिक्षण संस्थान की स्थापना होनी चाहिए।

5- गो-अभयारण्य बनना चाहिए, ताकि फसलें सुरक्षित हो सकें और किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सके।

6- अमायन क्षेत्र 33 साल से नहर का मुद्दा का लंबित है। घोषणाएं हुईं, आवास बने, पर अबतक नहर नहीं आई।

7- यातायात और यात्री परिहवन व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए।

8- विधायकों की पेंशन बंद होनी चाहिए।

9- तहसील मुख्यालय होने से अटेर में सिविल न्यायालय शुरू होना चाहिए।

यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : सुमावली विधानसभा में इस बार कांटे की टक्कर, पुराने प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने


इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर

6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।