
seventh pay scale: मध्य प्रदेश के भिंड में सातवें वेतनमान की बकाया किश्तों और समय-समय पर बढ़ते डीए (महंगाई भत्ते) के एरियर का भुगतान विभागीय अधिकारियों द्वारा पिछले एक साल से लंबित रखा गया है। जनवरी में आजाद अध्यापक संघ और अन्य संगठनों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया था, जिसके बाद भुगतान की सहमति बनी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।
भिण्ड विकासखंड के बबेड़ी संकुल में ही 400 से अधिक शिक्षकों का करीब चार करोड़ रुपए का एरियर बकाया है। शिक्षकों को अपने बकाया राशि के भुगतान के लिए महीनों से अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। शिक्षकों की बढ़ती शिकायतों के बीच 10 महीने पहले कलेक्टर ने शहर के चतुर्वेदी नगर में एक शिक्षक के घर पर छापा मारकर आवश्यक अभिलेख जब्त किए थे। इसके बावजूद, विभागीय प्रणाली में कोई सुधार देखने को नहीं मिला।
जनवरी में भिण्ड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह और गोद विधायक केशव देसाई की मौजूदगी में विभागीय अधिकारियों और शिक्षक संगठनों की बैठक हुई थी। इस दौरान संबंधित डीडीओ से जुड़े गणकों का वेतन रोकने के आदेश भी दिए गए थे। बावजूद इसके, अधिकारियों द्वारा भुगतान की प्रक्रिया जारी रहने की बात कहकर मामले को टालने का प्रयास किया जा रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि उन्हें केवल आश्वासन दिए जा रहे हैं, लेकिन भुगतान नहीं हो रहा। इससे उनका आर्थिक संतुलन बिगड़ रहा है और वे मानसिक तनाव में हैं। न्यू मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन संघ, मप्र के प्रवक्ता गिर्राज सिंह भदौरिया ने इसे शिक्षकों के साथ अन्याय करार दिया।
भिण्ड के बीईओ उमेश भदौरिया ने कहा कि भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। कुछ तकनीकी खामियों के कारण देरी हुई है, जिन्हें दूर किया जा रहा है। कई जगहों पर भुगतान हो चुका है, बबेड़ी में भी जल्द समाधान किया जाएगा। शिक्षकों का कहना है कि जब तक उन्हें उनकी बकाया राशि नहीं मिल जाती, वे आंदोलन जारी रखेंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन शिक्षकों की इस मांग को कब और कैसे पूरा करता है।
Updated on:
02 Apr 2025 04:23 pm
Published on:
02 Apr 2025 04:09 pm
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