खनिज विभाग में अमले की कमी सालों से बनी हुई है। जिसके चलते रात में तो दूर दिन में भी खनिज विभाग की टीम निरीक्षण के लिए खदानों तक पहुंचने का साहस नहीं जुटा पा रही है। ऐसे में रात में होने वाले खनन को रोकना उनके लिए और भी अधिक बड़ा मसला बन गया है। यहां बता दें कि रौन क्षेत्र के इंदुरखी व निवसाई रेत खदान पर हथियारबंद धड़ल्ले से रात में खनन कर रहे हैं। वहीं अमायन थाना अंतर्गत कछपुरा एवं रुहेरा रेत खदान पर भी इसी तर्ज पर सशस्त्र माफिया रेत निकालने में लगे हुए हैं। रौन क्षेत्र से एक रात में ६० से ७० ट्रक तथा डंपर दोनों रेत खदानों से रेत भरकर गुजरते हैं, जबकि अमायन क्षेत्र की रेत खदान से ७५ से ८० ट्रक व डंपर रेत ले जाते हैं। हैरानी की बात ये है कि अवैध खननकर्ता किसी जेब में रख लेने वाली छोटी सी किसी चीज से नहीं बल्कि विशालकाय थ्रीडी के माध्यम से खनन करते हैं। बीहड़ी इलाकों में जिसके दौडऩे की गति महज १५ से २० कि.मी. प्रतिघंटा होती है। बावजूद इसके थ्रीडी मशीनों को पकड़ पाना प्रशासन के लिए मुश्किल भरा है। सूत्रों की मानें तो रात में कछपुरा एवं रुहेरा खदान पर रात में खनन होने की सूचना पर अमायन थाना पुलिस के अलावा दतिया जिले के मंगरौल से पुलिस दल ने संयुक्त रूप से छापामार कार्यवाही कर रेत से भरे दो वाहनों को पकड़ लिया था। सूत्रों की मानें तो माफियाओं ने पकड़े गए रेत से भरे वाहनों को न केवल ले जाने से रोक लिया बल्कि पुलिस दल पर फायरिंग कर वाहनों को उनके कब्जे से छुड़ाकर भी ले गए, हालांकि इस दौरान कुछ गोलियां पुलिस की ओर से भी चलीं लेकिन कोई सार्थक नतीजा सामने नहीं आया। उधर अमायन थाना क्षेत्र के कछपुरा में अवैध खनन की जानकारी मिलने पर एसपी नवनीत भसीन ने रात करीब दस बजे दबिश दी। जिसकी सूचना मिलने माफिया थ्रीडी लेकर फरार हो गए।