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Yoga for Cervical Pain: सर्दियों में सर्वाइकल पेन से राहत, रोज करें ये 5 आसान योगासन

Yoga for Cervical Pain: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में ज्यादातर लोग घंटों कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल स्क्रीन के सामने एक ही पोश्चर में बैठे रहते हैं। इसका सीधा असर हमारी गर्दन और कंधों पर पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं 5 ऐसे आसान योगासन, जिन्हें रोज करने से सर्वाइकल पेन में राहत मिल सकती है।

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भारत

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MEGHA ROY

Dec 28, 2025

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Cervical pain exercise at home|फोटो सोर्स – Gemini@Ai

Yoga for Cervical Pain: सर्दियों के मौसम में सर्वाइकल पेन की समस्या अक्सर बढ़ जाती है। ठंड के कारण मसल्स सख्त हो जाती हैं, लंबे समय तक गलत पोस्चर में बैठना और फिजिकल एक्टिविटी कम होना गर्दन के दर्द को और बढ़ा देता है। ऐसे में गर्दन में जकड़न, भारीपन और मूवमेंट में परेशानी महसूस होना आम बात है।ऐसे में रोजाना कुछ आसान योगासनों का अभ्यास करने से गर्दन की मसल्स को मजबूती मिलती है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और सर्वाइकल पेन में धीरे-धीरे राहत मिल सकती है।

ये रोजमर्रा की आदतें बढ़ा सकती हैं सर्वाइकल पेन

रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतें भी सर्वाइकल पेन की वजह बन सकती हैं। सर्दियों में ठंड के कारण गर्दन और कंधों की मसल्स सख्त हो जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ता है और दर्द बढ़ने लगता है। लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठना, मोबाइल और लैपटॉप का ज़्यादा इस्तेमाल और फिजिकल मूवमेंट की कमी भी इस समस्या के मुख्य कारण हो सकते हैं।

भुजंगासन

भुजंगासन गर्दन और रीढ़ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। दोनों हथेलियों को छाती के पास जमीन पर रखें। अब गहरी सांस लेते हुए हाथों के सहारे धीरे-धीरे ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं। कोहनियां सीधी रखें और गर्दन को आराम से पीछे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इस मुद्रा में रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए वापस नीचे आ जाएं।यह आसन न सिर्फ सर्वाइकल पेन बल्कि तनाव और थकान कम करने में भी सहायक है।

बालासन

बालासन शरीर को गहराई से रिलैक्स करने वाला आसन है।इसे करने के लिए वज्रासन में बैठ जाएं। सांस लेते हुए दोनों हाथ ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। माथे को जमीन से लगाएं और हाथ आगे की ओर फैले रहने दें। इस मुद्रा में कुछ देर तक रहें और फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं।रोज 5 से 7 बार इसका अभ्यास गर्दन और पीठ के दर्द में राहत देता है।

मार्जरी आसन


मार्जरी आसन गर्दन, पीठ और कमर की स्ट्रेचिंग के लिए बेहद फायदेमंद है।चारों हाथ-पैर के सहारे आ जाएं। सांस भरते हुए सिर ऊपर उठाएं और कमर को नीचे की ओर दबाएं। इसके बाद सांस छोड़ते हुए सिर को नीचे की ओर झुकाएं और पीठ को ऊपर की तरफ गोल करें।इस क्रिया को धीरे-धीरे 5 से 7 बार दोहराएं। यह आसन गर्दन की जकड़न को कम करता है।

धनुरासन


धनुरासन पूरे शरीर को सक्रिय करने वाला योगासन है।पेट के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और हाथों से टखनों को पकड़ लें। अब गहरी सांस लेते हुए पैरों को पीछे की ओर खींचें, जिससे छाती और जांघें ऊपर उठें। जितनी देर आराम से रह सकें, उतनी देर इस मुद्रा में रहें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए वापस आ जाएं।3 से 5 बार इसका अभ्यास करने से सर्वाइकल पेन के साथ-साथ शरीर की अकड़न भी कम होती है।

मकरासन

मकरासन गर्दन और कंधों को आराम देने के लिए बेहतरीन आसन माना जाता है।पेट के बल लेट जाएं, दोनों कोहनियों को जमीन पर टिकाएं और हथेलियों पर ठोड़ी रखें। सिर और कंधों को हल्का सा ऊपर रखें। आंखें बंद कर लें और सामान्य गति से सांस लेते-छोड़ते रहें।कुछ मिनट तक इस स्थिति में रहने से गर्दन का तनाव कम होता है और मन शांत रहता है।

जरूरी सावधानी


योगासन करते समय किसी तरह का दर्द या असहजता महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं। अगर सर्वाइकल की समस्या ज्यादा गंभीर हो, तो योग शुरू करने से पहले डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।