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जानिए राजस्थान की युवा IPS ज्येष्ठा मैयत्री के बारे में, जो बचपन से बनना चाहती थी IAS

Jyeshtha Maitrei IPS : ज्येष्ठा मैयत्री (Jyeshtha Maitrei) राजस्थान की युवा आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं। जिन्होंने बहुत ही कम समय में अपनी प्रशासनिक दक्षता से प्रभावित किया है।

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Jyeshtha Maitrei IPS : राजस्थान इस समय प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों का दौर जारी है। हाल ही में जारी सूची में कोटपूतली-बहरोड़ पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैयत्री का तबादला भिवाड़ी जिले के पुलिस अधीक्षक पद पर किया गया है। ज्येष्ठा मैयत्री (Jyeshtha Maitrei) राजस्थान की युवा आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं। जिन्होंने बहुत ही कम समय में अपनी प्रशासनिक दक्षता से प्रभावित किया है। आज इस अंक में जानिए डीएसपी से आईपीएस बनने वाली ज्येष्ठा मैत्री का सफर।

ज्येष्ठा मैयत्री 2017 में सिविल सेवा परीक्षा सफलता पूर्वक पास की। ट्रेनिंग के बाद 2018 में राजस्‍थान कैडर में ज्‍येष्‍ठा मैत्रयी की पहली पोस्टिंग उदयपुर के गिर्वा सर्किल में बतौर एएसपी के रूप में हुई। दूसरी पोस्टिंग में उन्हें भीलवाड़ा एएसपी की जिम्मेदारी दी गई। अगली सेवा के लिए उन्हें डीसीपी क्राइम जयपुर में नियुक्त किया गया। जिसके बाद बतौर पुलिस अधिक्षक सिरोही व कोटपूतली-बहरोड़ के बाद हाल में उन्हें भिवाड़ी ट्रांसफर किया गया है इसके साथ ही ज्‍येष्‍ठा मैत्रयी को खैरथल-तिजारा एसपी पद का भी अतिरिक्‍त कार्यभार सौंपा गया है।।

सिविल सेवा परीक्षा पास करने से पहले ज्येष्ठा साल 2014 में MPPSC परीक्षा पास कर मध्य प्रदेश में डीएसपी बनी थीं। मैयत्री ने मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में डीएसपी के रूप में भी काम किया था। पर, वे हमेशा से आईएएस बनना चाहती थी। डीएसपी रहते हुए ज्येष्ठा यूपीएससी की तैयारी करती रहीं। वह 2017 की सिविल सेवा परीक्षा में सफल रहे। उन्हें यूपीएससी में AIR- 156 रैंक हासिल हुआ। जिसके बाद ज्येष्ठा राजस्थान कैडर में 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी बनी।

ज्येष्ठा मैयत्री मूल रूप से मध्यप्रेदश के गुना की रहने वाली हैं। ज्येष्ठा के पिता गिरीश चंद आर्य एमपीईबी में कार्यरत हैं और मां मंजू शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल गुना में ही प्राचार्य हैं। ज्येष्ठा बतातीं हैं कि वे हमेशा से आईएएस बनना चाहती थीं। इसके लिए वह काफी मेहनत करतीं। उन्होंने बताया कि सिविल सेवा की परीक्षा पास करने से पहले ही उनका MPPSC में चयन हो गया।

जिसके बाद ऐसा लगा कि तैयारी थोड़ी मुश्किल हो जाएगी। हालांकि वह समय निकाल कर पढ़ाई करती रहीं। जिसका परिणाम उन्हें 2017 में मिला। उन्हें सिविल सेवा परीक्षा 2017 में AIR- 156 रैंक हासिल हुआ। ज्येष्ठा बताती हैं कि उनकी सफलता में घर वालों का बहुत सपोर्ट रहा। माता पिता भी मेरेे सपनों को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करते थे।


ज्येष्ठा बताती हैं कि वह समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहती हैं। वह सब जो समाज में गलत हो रहा है। उसे ठीक करना चाहती हैं। इस काम में वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगी और आगे बढ़ेगी।