
भिवाड़ी. नया विकसित होने वाला औद्योगिक क्षेत्र सलारपुर।
भिवाड़ी. एनसीआर के दायरे की बंधिशें हो या वायु प्रदूषण नियंत्रण की कवायद में ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) की मार या फिर आए दिन होने वाली सनसनीखेज लूट, डकैती, मारपीट व ठगी की वारदातें...। ऐसे दहशतगर्दी के ऐसे दाग झेलने के बावजूद भिवाड़ी की धरा ‘सौदागरों’ के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। इसका प्रमाण है कि यहां सात औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो चुके है और अब आठवां नया औद्योगिक क्षेत्र सलारपुर विकसित करने के लिए कार्य प्रगति पर है।
राजस्थान सहित हरियाणा के लिए भी सुखद
भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र का लगातार विस्तार होना क्षेत्रवासियों के साथ-साथ राज्य सरकार व पड़ोसी राज्य हरियाणा वासियों के लिए भी सुखद साबित हो रहा है। भिवाड़ी में विकसित होने जा रहे आठवें औद्योगिक क्षेत्र की सलारपुर की धरा पर खाखा खींच रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। जहां 424 हैक्टेयर में नया उद्योग क्षेत्र विकसित किया जाना है। जिसके तहत यहां पर 31 करोड़ रुपए के विकास कार्य प्रगति पर है और जनवरी 2023 तक सडक़, नाली-नाले, बिजली सहित सभी आवश्यक सुविधाएं उद्यमियों को मिलने लग जाएगी।
अगस्त 2019 में जारी हुई थी प्रशासनिक स्वीकृति
रीको द्वितीय शाखा के एसआरएम पीके गुप्ता के अनुसार 27 अगस्त 2019 में उक्त विकास कार्यों के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी हुई थी। गांव वालों की मांग पर भूमि के बदले भूमि देने पर प्लाट के साइज छोटे किए गए। पूर्व में 300 वर्गमीटर और उससे अधिक आकार के भूखंड थे। जिनका आकार छोटा करने के लिए फिर से योजना तैयार कर स्वीकृति के लिए फाइल मुख्यालय भेजी गई है। अब डिमार्केशन प्लाट, जमीन को समतल करने, सडक़ निर्माण, क्रॉस डे्रनेज जैसे विकास कार्य सलारपुर में तेजी से किए जा रहे है। अगर उद्यमी चाहेंगे तो उन्हें यहां प्लाट ऑक्शन करना शुरू कर देंगे। 31 जनवरी 2023 तक यहां जरूरी विकास कार्य पूरे हो जाएंगे। जमीन के बदले जमीन के तहत काश्तकारों को 20 फीसदी आवासीय और पांच प्रतिशत व्यावसायिक जमीन दी जाएगी। क्षेत्र में भिवाड़ी सहित कहरानी, चौपानकी, पथरेड़ी, खुशखेड़ा, कारौली, टपूकड़ा औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो चुके है। जल्द ही सलारपुर आठवें उद्योग क्षेत्र के रूप में विकसित हो जाएगा। जिससे यहां भी इकाईयां लगना शुरू हो जाएगी।
ऐसे करेंगे जमीन का वर्गीकरण
जमीन के वर्गीकरण के तहत 83 हैक्टेयर में आवासीय और व्यावसायिक उपयोग होगा। उद्योग के लिए एक हजार वर्गमीटर से अधिक के प्लाट, ऑटो जोन के लिए 249 हैक्टेयर, इलेक्ट्रोनिक मैन्यूफेक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी) के लिए 26 हैक्टेयर और जनरल जोन के लिए 26.74 हैक्टेयर जमीन निर्धारित की गई है। जोन में श्रेणी के अनुसार उद्योग लगाने पर भूखंड दिए जाएंगे।
Published on:
06 Oct 2022 02:51 pm
बड़ी खबरें
View Allभिवाड़ी
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
