आजकल विज्ञापनों में मांएं अक्सर बच्चों को लेकर सिर्फ इसलिए परेशान दिखाई दे रही हैं कि उन्हें कहीं मच्छर न काट लें। यानी बच्चों की केयर को लेकर मां की फिक्र अब घर से निकलकर टीवी पर पहुंच गई है। मां की इस चिंता का बाजारों ने खूब फायदा उठाया है। यही कारण है कि पहले क्रीम, स्प्रे और मच्छरदानी जैसे विकल्प अब तेल, क्वाइल, क्वाइल पेपर, लिक्विड भी उपलब्ध है। यही नहीं अब तो बच्चो के पहनने के लिए ब्रासलेट, बेल्ट के साथ ही स्टिकनुमा किटनाशक भी उपलब्ध है, जिसे कपड़ों पर लगा दिया जाए तो वे खुले मैदान में भी मच्छरों से सुरक्षित रहेंगे।