हाल ही में कोरोना समीक्षा के दौरान मरीजों के इलाज और अन्य व्यवस्थाओं में होने वाले खर्च की जानकारी दी गई। जानकारी के मुताबिक 581 करोड़ रुपए में से स्वास्थ्य विभाग ने करीब 420.06 करोड़ और चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 160.98 करोड़ रुपए व्यय किए हैं।
कोविड मैनेजमेंट में खर्च हुए 273 करोड़ रुपए
समीक्षा बैठक से मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने करीब 420 करोड़ रुपए खर्च किए। इनमें से सबसे ज्यादा कोविड मैनेजमेंट पर 273.92 करोड रुपए खर्च हुए। आयुष्मान से कोरोना मरीजों के इलाज पर 39.06 करोड़ और 107.08 करोड़ रुपए की वैक्सीन खरीदी गई। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 160.98 करोड़ रूपए खर्च किए हैं।
कोविड केयर सेंटर, कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड अस्पताल में भर्ती हर मरीज के रोजाना के खाने पर 100 रुपए खर्च किए गए। संक्रमितों की साफ -सफाई पर भी रोज प्रति व्यक्ति 120 रुपए खर्च हुए। इनके रहने-खाने की व्यवस्था पर भी 23 करोड़ खर्च हुए हैं। क्वारेंटाइन सेंटर और डॉक्टरों-नर्सों के रहने के लिए होटल और गेस्ट हाउस किराए पर लिए गए। पहले फेज में ही रिम्स के डॉक्टरों और नर्सों के क्वारेंटाइन के लिए होटल और अन्य जगह किराए से ली गई।