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ये चेतावनी है…! ‘ओजोन परत’ को खोखला करे रहे आपके AC-फ्रिज, गंभीर हो सकते परिणाम

MP News: रिसर्च के अनुसार, नियमों की अनदेखी कर कई कंपनियां और दुकानदार पुराने तकनीक वाले उत्पादों की बिक्री जारी रखे हुए हैं।

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(फोटो सोर्स: पत्रिका)

(फोटो सोर्स: पत्रिका)

उमा प्रजापति, भोपाल। मैनिट की हालिया रिसर्च में एक चौंकाने वाला सच उजागर हुआ है। आधे से ज्यादा शहरवासी 15 से 20 साल से अधिक पुराने फ्रिज, एयर कंडीशनर और पुराने कूलिंग सिस्टम जैसी कई डिवाइस इस्तेमाल कर रहे हैं। ये पर्यावरण अनुकूल नहीं हैं। इसलिए ओजोन परत को बड़ा नुकसान पहुंच रहा हैं। जबकि, इस तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर कानूनी प्रतिबंध है। बावजूद ये उत्पाद रिपेयर के बाद अब भी खुलेआम बाजारों में बिक रहे हैं। इससे ने केवल पर्यावरण के लिए खतरा है, बल्कि सरकार की पर्यावरणीय नीतियों और कानूनों पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।

चेतावनी है रिपोर्ट

रिसर्च के अनुसार, नियमों की अनदेखी कर कई कंपनियां और दुकानदार पुराने तकनीक वाले उत्पादों की बिक्री जारी रखे हुए हैं। इन पर सख्ती नहीं बरती गई तो जलवायु परिवर्तन की गंभीरता और तेज हो सकती है। यह रिपोर्ट जिम्मेदार एजेंसियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक चेतावनी है।

केआर अहरवाल, एचओडी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग का कहना है कि ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पुराने इलेक्ट्रॉनिक आइटम मुख्यत: क्लोरोलोरोकार्बन (सीएफसीएस) और हाइड्रोक्लोरोलोरोकार्बन (एचसीएफसीएस) युक्त होते हैं, जिनका उपयोग रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर और फोम उत्पादों में होता था, ये पदार्थ अब आउटडेटेड हैं और इन्हें ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों की सूची में शामिल किया गया है।

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उपयोग बंद करना जरूरी

एमवीएम केमिस्ट्री के एक्सपर्ट प्रो. आनंद शर्मा ने बताया कि यदि आपके पास कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण 25-40 साल पुराना है, विशेषकर रेफ्रिजरेटर या एसी तो उसमें ओजोन-हानिकारक गैसें हो सकती हैं। इन्हें सुरक्षित तरीके से निपटाना जरूरी है।

ये अब आउटडेटेट

मैनिट अधिकारियों ने बताया कि ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पुराने इलेक्ट्रॉनिक आइटम मुयत: क्लोरो लोरोकार्बन और हाइड्रोक्लोरो लोरोकार्बन युक्त होते हैं, जिनका उपयोग रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर और फोम उत्पादों में किया जाता था, ये पदार्थ अब आउटडेटेड हैं और इन्हें ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों की सूची में शामिल किया गया है।

इन आइटम से हो रही ज्यादा क्षति

पुराने रेफ्रिजरेटर और एसी

उम्र: 20 से 40 साल
हानिकारक रसायन: सीएफसीएस

पुराने फ्रिज और एसी

उम्र:10 से 15 साल
हानिकारक रसायन: सीएफसी-11, सीएफसी-12 जैसे गैसें इस्तेमाल होती थीं, जो ओजोन परत को अत्यधिक नुकसान पहुंचाती हैं।

पुराने फोम बनाने वाले उपकरण
उम्र: 25-35 साल

फोम (जैसे कुर्सियों के गद्दों, पैकिंग मटीरियल आदि) में सीएफसीएस का उपयोग होता था।
हानिकारक रसायन: सीएफसी-12

हेयर स्प्रे, कीटनाशक, पेंट स्प्रे आदि में सीएफसीएस बतौर प्रोपेलेंट गैस इस्तेमाल होते थे।

पुराने अग्निशामक यंत्र
उम्र:1980-2000 के दशक के