इस तरह के मिथ को हवा कब मिली इसकी कोई तिथि कहीं दर्ज नहीं है, लेकिन खौफ सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी आगे सरक रहा है। उज्जैन, कामदगिरी पर्वत से लेकर ये 'मिथ' तानसेन समारोह जैसे कार्यक्रम तक से जुड़े हुए हैं। मसलन उज्जैन में सिंधिया परिवार के सदस्य या प्रदेश के मुख्यमंत्री कभी भी रात नहीं गुजारते हैं। ये सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग सकता है, लेकिन ये पिछली कई सदियों से एक 'अलिखित' सा नियम बना हुआ है। हालांकि, मजबूरी कहें या फिर संयोग किइन 5 पॉवरफुल मिथ में से एक इसी साल टूट गया है। इस रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के ऐसे ही 5 'मिथ' के बारे में आपको बता रहे हैं...