मास्टर प्लान के पालन में प्रदेश के हालात ठीक नहीं हैं। सरकार ने प्लान और भूमि विकास नियम में कड़े कायदे-कानून बनाए है, लेकिन तंत्र में उलझन है। मास्टर प्लान बनाने, नोडल एजेंसी और कार्रवाई के लिए तीसरे विभाग के पास जिम्मेदारी है। इसके चलते प्रदेश में 65 फीसदी निर्माण इसका मखौल उड़ाते हैं। भूमि विकास नियम के पालन के लिए कड़े कदम की जरूरत है।