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exclusive: देश में काट दिए 77 लाख पेड़, मध्यप्रदेश नंबर तीन पर

- मध्यप्रदेश में भी कटे साढ़े नौ लाख पेड़

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Road construction contractors get exemption from the forest department, green trees are cut off without any fear

पर्यावरण संरक्षण पर लग रहा पलीता

अनिल चौधरी, भोपाल. देश में पिछले तीन साल में 76 लाख से अधिक पेड़ काटे गए। ये पेड़ विभिन्न विकास कार्यों के लिए काटा जाना जरूरी बताया जाता है। देश में सबसे ज्यादा 1212757 पेड़ तेलंगाना में काटे गए हैं। इसके बाद 1073484 पेड़ महाराष्ट्र में काटे गए। तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश आता है। मध्यप्रदेश में 954767 पेड़ काटे गए। इसका खुलासा वन एंव पर्यावरण मंत्रालय के एक जवाब में हुआ है। इसमें 2016 से 2019 तक के आंकड़ों को शामिल किया गया है।
यह जानकारी ( Babul Supriyo, Union Minister for State ) राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने ( Lok Sabha ) लोकसभा में एक सवाल में दी थी। पेड़ों की कटाई की संख्या में 2018-2019 के बीच 3036642 की बढ़ोतरी हुई है। यदि देशभर के आंकड़ों को देखें तो पिछले तीन सालों में पेड़ों की कटाई दोगुनी अधिक हुई है। 2016 से 2019 के बीच कुल 7672337 पेड़ काटे गए हैं। वहीं, नगालैंड, पुडुचेरी, चंडीगढ़, लक्ष्यद्वीव, जम्मू एंड कंश्मीर, दमन दीव और दादर नागर हवेली में एक भी पेड़ नहीं काटा गया है।

मंत्री ने यह भी कहा कि सभी पेड़ बेहद जरूरी कार्यों की वजह से काटे गए हैं। इनकी अनुमति फॉरेस्ट कंजर्वेशन एक्ट 1980 के तहत दी गई थी। इन पेड़ों को सामान्य पॉलिसी के तहत काटा गया है। उन्होंने यह जानकारी लोकसभा सदस्य बीबी पाटिल के सवाल के जवाब में दी थी। साथ ही यह भी बताया कि 78700000 पेड़ अनिवार्य प्रतिपूर्ति वनीकरण के तहत लगाए जाएंगे।

मंत्री ने लोकसभा में अपने जवाब में बताया था कि ये सभी पेड़ राज्यों की मांग और नहीं टाले जा सकने वाले यानी बेहद जरूरी विकास कार्यों के कारण अनुमति देने के बाद काटे गए हैं। मंत्री ने यह जानकारी इंडियन स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट ( India State of Forest Reports (ISFR) by Forest Survey of India ) के अनुसार दी है। यह रिपोर्ट फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया ने तैयार की थी
छत्तीसगढ़ है। यहां 665132 पेड़ काटे गए हैं। उत्तराखंड में 105461 पेड़ काटे गए हैं। इसी तरह ओडिशा में 658465, झारखंड में 434584, अरुणाचल प्रदेश में 325260, पंजाब में 228951, राजस्थान में 228580, उत्तर प्रदेश में 205551, पश्चिम बंगाल में 176685, हरियाणा में 172194, गुजरात में 165439, हिमाचल प्रदेश में 161677, मणिपुर में 12388, असाम में 118895, बिजार में 91850, कर्नाटक में 40776, अंडमान निकोबार में 12467, सिक्किम में 8630, गोवा में 3765, दिल्ली में 3236, तमिलनाडु में 2025, मिजोरम में 748, केरला में 725, त्रिपुरा में 583 और मेघालय में 317 पेड़ काटे गए हैं।