अफसर सरकारी खजाने में जमा करवाते हैं। बिट्टन मार्केट स्थित शराब दुकान समूह पर आबकरी विभाग ने ९१ लाख रुपए बकाया निकाला है, इसमें शाहपुरा और बिट्टन मार्केट की दुकानें शामिल है। शराब ठेकेदार दिलीप शिवहरे ने फरवरी महीने का राजस्व जमा नहीं किया तो आबकारी विभाग ने ठेकेदार को चेतावनी भी दी, लेकिन बकाया जमा नहीं किया गया। अब मार्च के अंत में दुकानों की फिर से नीलामी की तारीखें नजदीक आने और समय पर बकाया राशि जमा नहीं करने के कारण आबकारी अधिकारियों ने इन दुकानों पर सुबह से लेकर शाम तक अलग-अलग शिफ्ट में अफसरों की ड्यूटी लगा दी। इन दुकानों पर निरीक्षक स्तर के अफसरों के साथ हवलदार निगरानी कर रहे हैं। साथ ही इनसे होने वाली रोजाना की कमाई यह अमला सरकारी खजाने में जमा करवाकर बकाया वसूल रहे हैं। ठेकेदार दिलीप शिवहरे का कहना है कि आबकारी वाले चेकिंग के लिए आए हैं, बकाया जैसी कोई बात नहीं है। कुछ बकाया बाकी है, जो जमा करने की कोशिश की जा रही है।
माल खत्म, अफसरों की निगरानी में हो रही बिक्री ठेकेदार शिवहरे को कलेक्टर सुदाम खाडे ने आखिरी मौका देते हुए २ मार्च तक बकाया ९१ लाख रुपए जमा करने का एक और मौका दिया था, लेकिन ७ मार्च तक पैसा जमा नहीं किया गया। इसके चलते इन दुकानों को माल सप्लाय करना भी बंद कर दिया गया है। शाम अफसरों की निगरानी में यहां चुनिंदा ब्रांड का माल पहुंचाया जाता है, जिसे अफसरों की उपस्थिति में ही बेचा जा रहा है। इस बिक्री से जितने पैसे मिलते अफसर ही इसका हिसाब रखते हैं।
बिट्टन ग्रुप पर बकाया है। इनसे वसूली की कार्रवाई चल रही है। अमले की ड्यूटी इसलिए लगाई गई है कि पैसा जमा हो जाए। फिर भी राशि वसूल नहीं हो पाएगी तो बैंक गारंटी जप्ती की कार्रवाई की जाएगी। लाइसेंस निरस्तीकरण की भी कार्रवाई चल रही है।
– मनीष खरे, सहायक आयुक्त आबकारी भोपाल
– मनीष खरे, सहायक आयुक्त आबकारी भोपाल