रोजे और नमाज की पाबंदी के साथ अमनो-अमान के लिए हो रही दुआएं
रमजान के पहले दिन रहमत का अशरा, सामूहिक इफ्तार के साथ इबादत
रोजे और नमाज की पाबंदी के साथ अमनो-अमान के लिए हो रही दुआएं
भोपाल. रमजान माह के तीस दिन रोजे रखे जाएंगे। बुधवार को दूसरा रोजा मुकम्मल हो गए। दस दस दिनों को तीन हिस्सों में बांटा गया है। जिसे अशरा कहा गया है। पहला हिस्सा रहमत का माना गया। रोजे और नमाज की पाबंदी करते हुए मुल्क और दुनिया में अमनो अमान कायम रहे इसकी दुआएं की जा रही हैं।
सामूहिक दुआ और लंगर का आयोजन, शाह सकलैन मियां की यौमे विलादत मनाई
सकलैनी समाज ने बुधवार को शाह सकलैन मियां की यौमे विलादत अकीदत के साथ मनाई। इस मौके पर लंगर का आयोजन हुआ। उससे पहले रोजा इफ्तार हुआ। अशोका गार्डन सुन्नी सकलैनी जामा मस्जिद के सूफी नूर उद्दीन सकलैनी ने बताया कि हजरत शाह सकलैन मियां की यौमे पैदाइश पर कई आयोजन होते हैं। इस बार रमजान माह यह मौका आया है। सकलैनी मस्जिद में शाह सकलैन अकेडमी की तरफ से रोजा इफ्तार व लंगरे आम हुआ। हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचे थे। मदीनातुल उलूम कमेटी के सचिव हाजी यूसूफ सकलैनी साहब हाजी दिलावर सहित कई लोग मौजूद थे।
बोहरा समाज: नमाज के बाद हो रही तकरीर
दाऊदी बोहरा समाज का बुधवार को चौथा रोजा रहा। रोजे के साथ ही इबादतों का दौर भी जारी है। नमाज के दौरान हैदरी मस्जिद में आमिल शेख जोहेर भाई शाकिर साहब ने बयान किए। दाऊदी बोहरा समाज के प्रवक्ता इब्राहिम अली दाऊदी ने बताया भोपाल हैदरी मस्जिद के साथ हुसैनी मस्जिद मालीपुरा, बद्री मस्जिद सैफिया कॉलेज बुरहानी, नजमी हाल नूर महल में बड़ी संख्या में बंदे पहुंच रहे हैं।
इबादत के बाद खरीदारी के लिए पहुंचते हैं लोग, बाजार बंद करने का समय बढ़े
रमजान माह शुरू होते ही खरीदारी का दौर शुरू हो गया। देर रात तक बाजार में दुकानें खुल रही हैं। अगले कुछ दिनों में समय और बढ़ जाएगा। इसे देखते हुए कई व्यापारियों और सामाजिक संगठनों ने बाजार बंद करने की समय सीमा की पाबंदी को हटाने की मांग की है। इस मामले में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। राजधानी में इब्राहिमपुरा, चौक, नदीम रोड सहित पुराने शहर के बाजारों में भीड़ होने लगी है। यहां रात 12 बजे के बाद तक बाजार खुल रहा है। यह समय सीमा अभी और आगे बढ़ेगी। जबकि प्रशासन के निर्देशों के तहत रात 11 बजे तक बाजार बंद करने का समय है। त्योहार के दौरान यह कहीं परेशान न बन जाए इसे देखते हुए राजधानी के संगठनों ने प्रशासन से समय सीमा की पाबंदी को खत्म करने की मांग की है। मुस्लिम महासभा कलेक्टर को इस संबंध में ज्ञापन सौंप चुकी है। मुस्लिम महासभा के मुन्नवर अली ने बताया कि परंपरागत रूप से पुराने शहर में इस माह खास बाजार लगता है। ईद के कुछ दिन पहले तो यह पूरी रात खुला रहता है। हजारों लोग पहुंचते हैं। निर्देशों के कारण दिक्कत न हो ऐसी व्यवस्था प्रशासन बनाए। इसी को लेकर ज्ञापन दिया है। जमीयत उलेमा के इमरान हारून ने बताया इस बाजार में हर धर्म और जाति के लोग कारोबार के लिए पहुंचते हैं। एक माह के लिए समय सीमा की पाबंदी को शिथिल किया जाना चाहिए। कई व्यापारियों ने इसके संबंध में मांग उठाई है।