
लोन एप की ठगी का शिकार एक और युवक ने की आत्महत्या, सुसाइड से पहले वीडियो बनाकर खोले राज
सायबर पुलिस के तमाम दावों के बावजूद मध्य प्रदेश में लोन एप से जालसाजी करने वाले अपने पांव लगातार जमाते जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इनके द्वारा की गई ठगी का शिकार लोग तंग आकर अपने हंसते खेलते परिवारों को पीछे छोड़ अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं। पिछले दिनों राजधानी भोपाल में लोन एप कंपनी की ठगी से तंग आगर भूपेंद्र विश्वकर्मा नामक शख्स ने आत्महत्या की थी। अब इस जैसी एक और आत्महत्या का मामला भोपाल से सटे बेरसिया में सामने आया है। यहां भी लोन एप से परेशान आकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली है। युवक ने सुसाइड से पहले एक वीडियो भी बनाया, जिसमें उसने लोन ऐप से ठगे जाने का जिक्र किया है।
भोपाल जिले के ही अंतर्गत आने वाले बैरसिया में सायबर जालसाजों की ठगी और उसके बाद प्रताड़ना से तंग आकर यहां रहने वाले देव नारायण विश्वकर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बता दें कि, आत्महत्या से पहले देव नारायण ने एक वीडियो भी बनाया है, जिसमें उसने आत्महत्या करने की वजह सायबर ठगों को बताया है। वीडियो में उसने धनी नाम के ऐप से 1 लाख 93 हजार की ठगी का जिक्र किया है।
सुसाइड से पहले युवक ने वीडियो में कहा...
आत्महत्या करने से पहले देव नारायण ने वीडियो में कहा कि, 'मैं देव नारायण विश्वकर्मा। ये धनी एप वालों ने मुझसे 1.93 हजार रुपए ट्रांसफर कराए हैं। लोन पास हुआ था तीन लाख रुपए का। अब कंपनी वाले रिप्लाई नहीं करते। मैंने जो रकम दी है, उसके तमाम प्रमाण मेरे वॉट्सएप में हैं। फोन पे हिस्ट्री में भी रकम ट्रांसफर करने के प्रमाण मिल जाएंगे। मैं मर रहा हूं... इन लोगों पर केस चलाओ। इन्हें गिरफ्तार करो। मेरा अनुरोध है कि, इन लोगों पर केस लगाइए, कार्रवाई करिए मेरी मौत के बाद।'
जालसाज से फर्जी आईडीकार्ड तक सेंड किया था
बता दें कि, लोन एप पर देव नारायण का विश्वास बनाने के लिए जालसाज की ओर से उसे एक आईडी कार्ड भी दिया था। हालांकि, पुलिस पड़ताल में सामने आया कि, उसे दिया गया आईकार्ड फर्जी है, जिसे जालसाज ने देव नारायण विश्वकर्मा को खुद सेंड किया था। जिससे उसे यकीन हो सके कि, वो सही आदमी और सही कंपनी के संपर्क में है। इस कार्ड के साथ आरोपी ने आधार कार्ड, पेन कार्ड के साथ साथ अन्य दस्तावेज भी सेंड किए थे। पुलिस का कहना है कि, सभी दस्तावेज फर्जी हैं। जो सिर्फ जालसाजी के लिए ही तैयार किए गए थे।
पिता ने बताया किस तरह लोन एप ने बेटे को ठगा
युवक द्वारा आत्महत्या के बाद उसके पिता फूल सिंह विश्वकर्मा का कहना है कि, वो ग्राम बरखेड़ा बरामद थाना इलाके के बैरसिया में रहते हैं। वो गांव में ही बटिया पर जमीन लेकर किसानी करके आजीविका चलाता हूं। मेरा बड़ा बेटा देव नारायण विश्वकर्मा है, वहीं छोटा बेटा गोलू विश्वकर्मा है। बड़ा बेटा देव नारायण मेरे ही साथ खेती में मदद करता था। गरीब का आलम ये है कि, बमुश्किल परिवार का गुजारा हो पाता हैं। खेती ही आय का मुख्य साधन है। उन्होंने बताया कि, बेटे की शादी के बाद खर्चे बढ़ गए थे, जिसके चलते उसने गांव में आय के लिए एक काम शुरू किया था। इसी बीच उसे वॉट्सऐप पर मैसेज कर कुछ लोगों ने बिना गारंटी के लोन देने का दावा किया, जिसके बाद उसकी जालसाजों से लोन के संबंध में बात हुई।
फूल सिंह विश्वकर्मा ने ये भी बताया कि, बातचीत के दौरान आरोपियों ने लोन देने से पहले प्रोसेसिंग फीस जमा करने की बात कही। इसके बाद उन्होंने देव नारायण से कई बार में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए करीब 1 लाख 93 हजार रुपए दिए। आरोपियों द्वारा उनके बेटे को इस दौरान लगातार उम्मीद जताई जा रही थी कि, उसे तीन लाख रुपए लोन जल्दी ही मिलने वाला है। इसपर वो सोच रहा था कि, कारोबार शुरु करने के लिए लिए गए उधार को वो चुका देगा। लेकिन, प्रोसेसिंग फी के नाम से लगातार मांगे जा रहे रुपए और न देने पर पिछली फीस लेप्स होने की बात सामने से कही जाने लगी। इधर, लोन की आस में देव नारायण ने घर में रखे फसल बिक्री तक के पैसे ठगों को दे दिए।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
यहां तक की प्रोसेसिंग फीस की मांग पूरी करने के लिए उसने लोगों तक से कुछ पैसे उधार ले लिए थे। इस सब का लोड भी उसपर लगातार बढ़ रहा था, जिससे परेशान आकर देव नारायण ने आत्महत्या की है। फिलहाल, अब इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर पड़ताल शुरु कर दी है। आपको याद दिला दें कि, करीब 2 महीने पहले भी शहर के रातीबड़ में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा नाम के शख्स ने भी इसी तरह लोन एप ठगी से परेशान आकर अपने दो बच्चों और पत्नी के साथ आत्महत्या कर ली थी।
Published on:
20 Sept 2023 02:38 pm
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