आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अक्षय हुंका ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि, दिल्ली के साथ साथ अब पूरे देश की जनता आम आदमी पार्टी को देशभर के दलों के विकल्पों के तौर पर देख रही है। इसी के चलते पार्टी ने मध्य प्रदेश में भी अपनी सक्रीयता बढ़ाते हुए यहां के लोगों को बिजली, पानी आदि समस्याओं से निजात दिलाने का निर्णय लिया है। पार्टी को पूर्ण विश्वास है कि, प्रदेश की जनता भी अब आम आदमी पार्टी को ही अबतक के दलों का विकल्प मान रही है। इसी कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद कैजरीवाल समेत कई नेता चुनावी मैदान में उतर रहे हैं।
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AAP नेताओं के प्रदेश दौरे
आपको बता दें कि, आम आदमी पार्टी आगामी 1 जुलाई से अपने नेताओं को चुनाव प्रचार में उतार रही है। आगामी 1 जुलाई तो आतिशी मार्लेना राजधानी भोपाल आएंगी। यहां इनकी जनसभा और रैली आयोजित की गई है। इसके बाद 2 जुलाई को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सिंगरौली आएंगे। यहां वो जनसभा को संबोधित करेंगे। 2 और 3 जुलाई को राजेंद्र पाल भोपाल और नर्मदापुरम (होशंगाबाद) में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद 3 और 4 जुलाई को संजय सिंह इंदौर, उज्जैन और बुरहानपुर में जनसभा के साथ साथ रैली को संबोधित करेंगे। वहीं, ‘आप’ प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह के अनुसार, वरिष्ठ नेताओं के दौरे प्रदेश में कराए जा रहे हैं। पहले चरण में 4 जुलाई और दूसरे चरण में 11 जुलाई तक दौरे होंगे।
विधानसभा चुनाव की तैयारी में ‘AAP’
पंजाब फतह के बाद आम आदमी पार्टी की नजर 2023 में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। क्योंकि, प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव हो रहे हैं। इसे विधानसभा का सेमीफाइनल मानते हुए ‘आप’ नेताओं का पूरा फोकस यहां है। पार्टी नेताओं का कहना है कि, नगरीय निकाय के जरिए पार्टी प्रदेश में जड़ें जमा रही है, ताकि इसका फायदा डेढ़ साल बाद विधानसभा चुनाव में मिल सके।
11 जुलाई तक बड़े नेताओं की सभाएं
‘आप’ मध्यप्रदेश में पहली बार नगरीय निकाय चुनाव लड़ रही है। नेताओं का कहना है कि दिल्ली में पहला विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद से ही पार्टी की प्रदेश में सक्रियता बढ़ गई थी। सभी जिलों में पार्टी का गठन किया गया। लोगों को भी पार्टी से जोड़ा। पंजाब फतह के बाद नेता पूरी ताकत से मैदान में उतर गए। वे उन मुद्दों को उठा रहे हैं, जो जनता से सीधे तौर पर जुड़े हों। दिल्ली और पंजाब में चल रही योजनाओं को भी बताया जा रहा है। 11 जुलाई तक बड़े नेताओं की सभाएं कराई जाएंगी। बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव दो चरण में हो रहे हैं। 6 जुलाई और 13 जुलाई को वोटिंग होगी। इसके 48 घंटे पहले तक सभाएं होंगी।