
जांच करने पर दीवारों पर स्वस्तिक चिन्ह मिले
ज्ञानवापी सर्वे के दौरान एएसआई की टीम को ऐसे कई साक्ष्य मिले हैं जो वहां महादेव के मंदिर होने की पुष्टि करते हैं। सनातन थॉट्स की गोष्ठी में वकील विष्णु शंकर जैन ने यह बात कही। उन्होंने दावा किया कि गहराई से जांच करने पर दीवारों पर स्वस्तिक चिन्ह मिले हैं। इनके अलावा यहां ऐसे कई निशान मिले हैं जो ज्ञानवापी को एक हिंदू मंदिर होने के दावे को और मजबूत कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन ने सनातन थॉट्स संस्था की ओर से कुशाभाउ ठाकरे सभागार में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित किया। यहां उन्होंने ज्ञानवापी की आंखों देखी और अनसुनी कहानियां बताईं। अधिवक्ता जैन ने बताया कि तथाकथित ज्ञानवापी मस्जिद में साक्ष्यों को छुपाने के लिए कई लेयर में रंगाई पुताई की गई थी ताकि वहां मंदिर का कोई सबूत नहीं मिल सके। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि आगामी 26 सितंबर को ज्ञानवापी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी जिसमें वो हिंदू पक्ष की ओर से आगे की कार्रवाई की मांग करेंगे। आगामी 6 अक्टूबर वह ऐतिहासिक तारीख होगी जब सुप्रीम कोर्ट ज्ञानवासी परिसर के संबंध में एएसआई की रिपोर्ट के आधार पर अपना निर्णय सुनाएगी।
विष्णु ने सर्वे वाले दिन का जिक्र करते हुए बताया कि दिनभर चले सर्वे के बाद जैसे ही हम ज्ञानवापी के वजू स्थल पर पहुंचे तो शिवलिंग देखकर अचंभित रह गए और अचानक ही बोल उठे— नम: पार्वती पतये हर हर महादेव...
पत्रिका से बात करते हुए विष्णु शंकर ने कहा कि वह भोपाल के बारे में रिसर्च कर रहे हैं। अगर यहां भी मंदिरों के ऊपर मस्जिदों को बनाने की बात आती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूर की जाएगी।
Published on:
24 Sept 2023 11:45 am
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