20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

B.tech के छात्र ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में दोस्त से कहा- ‘मैने तुम्हारी मदद की और तुमने..’

Bhopal News : मृतक के कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसके जरिए ये बात सामने आई है। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

2 min read
Google source verification
Bhopal News

Bhopal News :मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बी-टेक फर्स्ट ईयर के छात्र द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि, दोस्त ने उधार लिया पैसा वापस नहीं लौटाया तो उसने मौत को गले लगा लिया। मृतक के कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसके जरिए ये बात सामने आई है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

ये घटना शहर के टीटी नगर थाना इलाके की है। दरअसल, रीवा को रहने वाला छात्र सत्यम द्विवेदी किराए के कमरे रहकर बी-टेक का पढ़ाई कर रहा था। उसने अपने दोस्त को उधार पैसे दिए थे। लेकिन दोस्त ने जब पैसे नहीं लौटाए तो उसने आहत होकर किराए के कमरे फांसी लगा ली। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया। फिलहाल, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन के सुपुर्द कर दिया है।

यह भी पढ़ें- भगोरिया पर्व के बीच हुड़दंगियों का उत्पात, कई दुकानों का सामान तोड़ा, मारपीट का वीडियो वायरल

सुसाइड नोट में लिखा

इधर, पड़ताल के दौरान पुलिस को कमरे से सुसाइड में मृतक ने लिखा- मेरे परिवार को पैसा लौटा दो। तुमने कहा था बुधवार तक दे दोगे, लेकिन नहीं दिए। मैंने तुम्हारी मदद की है, तुम्हारे मामा ने भी वादा किया था कि जल्द पैसा लौटा दोगे। अब तुम क्यों नहीं लौटा रहे हो।

यह भी पढ़ें- भोपाल में बनेंगे 3 फ्लाइओवर, 300 करोड़ से होगा 38 सड़कों का निर्माण, जानें पूरा प्लान

मृतक के बड़े भाई ने बताया

मृतक के बड़े भाई शिवम द्विवेदी का कहना है कि गांव के ही रहने वाले आदर्श द्विवेदी की सत्यम से दोस्ती थी। आदर्श हमारा दूर का रिश्तेदार भी है। उसने करीब 6 महीने पहले परेशानी का बताकर सत्यम से 80 हजार रुपए ले लिए थे। दोस्त को परेशानी में देख सत्यम ने पिता से पूछे बिना उसे पैसे दे दिए। आदर्श ने बाद में पैसे लौटाने से साफ इंकार कर दिया था, जिसके चलते पिता सत्यम से नाराज थे।