पिता के नाम का ऐलान होते ही उनके बेेटे मंत्री जयवर्धन सिंह भी मैदान में आ गए हैं। उन्होंने सबसे पहले सोशल मीडिया में टवीट कर पिता को संबल बंधाया इसके बाद उन्होंने मीडिया में आकर पिता की जीत का दावा किया।
उन्होंने भाजपा के नारे ‘बंटाधार रिटर्न’ का जवाब देते हुए कहा कि दिग्विजय शासन के विकास कार्यो के सहारे पार्टी चुनाव में जाने का काम करेगी। मंत्री जयवर्धन सिंह का कहना है कि भोपाल सीट को कांग्रेस पार्टी चुनौती मान कर चल रही है, लेकिन ये तय है कि भोपाल सीट पर कांग्रेस के तीस साल के सूखे को दिग्विजय सिंह खत्म करेंगे।
सड़क—बिजली—पानी बना था मुदृदा
दिग्विजय सिंह के शासनकाल में बिजली, सड़क और पानी की समस्या को देखते हुए भाजपा ने 2003 में मिस्टर बंटाधार का नारा दिया था। मतदाता ने भी भाजपा के नारे को आत्मसात करते हुए दिग्विजय को सत्ता से बेदखल कर दिया था।
भाजपा अब इसी इमोशन को 15 साल बाद नए नारे के साथ भुनाना चाह रही है। लेकिन इन 15 सालों में भाजपा सरकार के खिलाफ इतना असंतोष उपजा कि 2018 विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने भाजपा को उखाड़ फेंका और कांग्रेस को फिर से सत्ता में बैठा दिया।
अब 2019 का लोकसभा चुनाव सामने है। भाजपा दिग्विजय के शासनकाल का भय दिखाकर उन्हें पराजित करना चाहती है तो कांग्रेस मतदाताओं को भाजपा के 15 साल बताकर अपने पक्ष में करना चाहती है। इलेक्शन मोड में आए दिग्विजय सिंह का कहना है कि भाजपा और शिवराज सिंह चौहान मुझसे डरते हैं। यही वजह है कि मतदाताओं को बरगलाने के लिए अजब—गजब नारे वायरल कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि यदि दम है तो शिवराज सिंह चौहान या भाजपा का बड़ा नेता उनसे सार्वजनिक मंच पर बहस क्यों नहीं करते।।