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आधे घंटे में ही लगा बीड़ी-गुटखा ढेर

जिला अस्पताल के वार्डों और विभिन्न भवनों में चारों तरफ गुटखा की गंदगी बनी रहती है। मरीजों के साथ पहुंचने वाले लोग बिना किसी डर-भय के परिसर में ही धूम्रपान और गुटखा की पीक मारते दिखते हैं।

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Beedi-gutkha piled up in half an hour

आधे घंटे में ही लगा बीड़ी-गुटखा ढेर

सागर. सिविल सर्जन डॉ. ज्योति चौहान के निर्देश के पर गुरुवार को प्रबंधन ने सख्त रुख अख्तियार किया। गेट पर खड़े गार्डों ने अस्पताल के अंदर आने-जाने वाले लोगों के जेब चेक किए तो आधा घंटा में ही तंबाकू उत्पाद का ढेर लग गया। मरीजों व परिजनों को हिदायत दी कि परिसर में किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पाद का सेवन करना मना है। इसके लिए 200 रुपए का जुर्माना भी है। जिला अस्पताल के वार्डों और विभिन्न भवनों में चारों तरफ गुटखा की गंदगी बनी रहती है। मरीजों के साथ पहुंचने वाले लोग बिना किसी डर-भय के परिसर में ही धूम्रपान और गुटखा की पीक मारते दिखते हैं। इससे परिसर गंदा होता है, उसके साथ-साथ मरीजों की सेहत पर भी विपरीत असर करता है। गुरुवार की सुबह सिविल सर्जन ने निर्देश दिए कि अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों और उनके परिजनों को गेट पर चेक किया जाए। उनके पास यदि तम्बाखू उत्पाद मिलते हैं तो बीड़ी-सिगरेट, गुटखा को बाहर ङ्क्षफकवाया जाए। कोई भी व्यक्ति परिसर में लेकर न पहुंचे। निर्देश के बाद ओपीडी के पास दो गार्ड खड़े हो गए और अंदर आने-जाने वालों को चेक करने लगे। देखते ही देखते यहां बड़ी मात्रा में बीड़ी-गुटखा जमा हो गया। मरीज के परिजन मिन्नतें करते रहे, लेकिन गार्डों ने एक न सुनी और बीड़ी-गुटखा बाहर ङ्क्षफकवाकर ही लोगों को अस्पताल में अंदर जाने दिया। मामले में सिविल सर्जन डॉ. ज्योति चौहान ने कहा कि तंबाकू बैन के जगह-जगह निर्देश लगे हैं, लेकिन कोई भी व्यक्ति निर्देशों का पालन करने तैयार नहीं रहता। ये लोग परिसर को गंदा करते हैं।