Bhopal Aishbagh 90 Degree Turn Bridge : 18 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए भोपाल शहर का ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज उद्घाटन से पहले ही सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। चर्चा ब्रिज के 90 डिग्री मोड़ की हो रही है, जो भविष्य में हादसों का बड़ा केंद्र बन सकता है।
Bhopal Aishbagh 90 Degree Turn Bridge :मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने उद्देश्य से बनाए गए ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का डिजाइन अब उसके उद्धाटन स पहले ही देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। 18 करोड़ रुपए की लागत से करीब 8 साल के लंबे अर्से के इंतेजार के बाद बनकर तैयार हुए इस ब्रिज की टॉप हाईट पर 90 डिग्री के खतरनाक टर्न दे दिया है, जिसने लोगों को असमंजस में डाल दिया है। लोग इस ब्रिज को भविष्य में भोपाल में होने वाले हादसों का सबसे बड़ा केंद्र बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट की 'टेकनोलॉजिया' कहकर मीम बना रहे हैं।
लगभग 18 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए इस ब्रिज का शहर की बड़ी आबादी को लगभग 10 साल से इंतजार था। वहीं, इसके निर्माण में भी करीब 2 साल लगे। लेकिन अब जब ये ब्रिज अपने स्वरूप में दिखाई देने लगा तो लोगों के बीच इसके बनने की खुशी के बजाए चिंता दिखाई देने लगी। इस ब्रिज पर चढ़ते हुए टॉप पर पहुंचने के बाद वाहन चालक को करीब 90 डिग्री मुड़ना पड़ेगा, जो हादसों का बड़ा कारण भी बन सकता है।
वहीं दूसरी ओर ब्रिज निर्माण से जुड़े अफसरों का कहना है कि जमीन की कमी के चलते और पास में मेट्रो रेल स्टेशन की मौजूदगी के चलते उनके पास ब्रिज निर्माण का कोई और विकल्प नहीं था। वहीं, मामला सुर्ख़ियों में आने पर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह भी इस मामले में सक्रीय हो गए हैं। उन्होंने जानकारी दी की भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधीकरण की टीम ने निरीक्षण कर लिया है। फिलहाल, टीम आज इसकी रिपोर्ट पेश करेगी।
ब्रिज को लकर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि, भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र में बने रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टीम द्वारा स्थल निरीक्षण कर लिया गया है। टीम द्वारा गुरुवार को तकनीकी रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसके आधार पर आगामी निर्णय और जरूरी कार्यवाही की जाएगी। ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज के 90 डिग्री मोड को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। 90 डिग्री मोड़ के कारण एक्सीडेंटल ज़ोन बनने की आशंका के बीच मंत्री ने जांच की बात कही है।
सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर राजू श्रीवास्तव नामके एक यूजर ने लिखा- ये भोपाल का ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज, जिसे पीडब्ल्यूडी ने शहरवासियों के लंबे इंतजार के बाद बनाकर तैयार किया है, मानो कोई इंजीनियरिंग का चमत्कार हो। जब सत्ता की बागडोर भ्रष्ट सरकारों के हाथ हो, योजनाएं अयोग्य और किताबों में सिमटे योजनाकार बनाएं और इंजीनियर डिग्री नहीं, डोनेशन से बनें तो पुल नहीं, दुर्घटनाएं बनती हैं।
एक अन्य यूजर राजेश ने लिखा- ये विभाग की- टेक्नोलॉजिया है.. मौत यहां 90 डिग्री का कोण बनाकर आएगी। डेवलपमेंट का ये वाला एंगल राजधानी भोपाल में निकलकर सामने आया है।
आपको बता दें कि, मार्च 2023 में इस रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हुआ। इससे पहले सरकार का कहना था कि, ब्रिज शुरु होने से ऐशबाग इलाके के लोगों को न तो रेलवे क्रॉसिंग पर इंतजार करना पड़ेगा, न ही लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा। ये भी दावा था कि, इससे हर दिन करीब तीन लाख लोग फायदा लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि 18 करोड़ रुपये की लागत से बना यह ओवरब्रिज 648 मीटर लंबा और 8.5 मीटर चौड़ा है। हालांकि, इसके 90 डिग्री के घुमाव के कारण, सोशल मीडिया के साथ-साथ स्थानीय लोगों द्वारा भी इसके डिजाइन पर सवाल उठाए जा रहे हैं।