सरला मिश्रा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. अश्विनी कुमार मिश्रा की बेटी थीं। 14 फरवरी 1997 को भोपाल में उन्हें जलाकर मारने की कोशिश की गई थी, जिसमें वे बुरी तरह से जल गई थीं। इलाज के लिए उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 19 फरवरी को उनकी मृत्यू हो गई थी। जब यह सब हुआ उन दिनों मध्यप्रदेश पर कांग्रेस का शासन था और वे कांग्रेस की ही नेता मानी जाती थीं। उस वक्त दिग्विजय सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।
यह मामला काफी गंभीर था और कई दिनों अखबारों में छाया रहा जिसके चलते कांग्रेस ने विधानसभा में सीबीआई जांच की घोषणा भी की लेकिन कभी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया। बताया जाता है कि इस मामले में दिग्विजय सिंह और उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के खिलाफ आरोप लगे थे।