
भोपाल। इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी (ट्रिपल आईटी) भोपाल की स्थापना वर्ष 2017 में हुई थी। तब से यह संस्थान मैनिट कैंपस में संचालित हो रहा है। वर्तमान में यहां 450 स्टूडेंट्स हैं, यहां के स्टूडेंट्स आठ प्रमुख मांगों को लेकर 22 से धरने पर हैं, स्टूडेंट्स ने क्लासेज का बायकॉट किया है। रविवार को अवकाश के बावजूद स्टूडेंट्स संस्थान में धरने पर बैठे रहे लेकिन उनकी सुध लेने कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा।
देश के विभिन्न शहरों में वर्तमान में करीब 23 ट्रिपल आईटी
वर्ष 2017 में भोपाल के साथ-साथ सूरत और भागलपुर में भी ट्रिपल आईटी की शुरुआत हुई थी। भोपाल को छोड़ दोनों संस्थान में निदेशक नियुक्त हो चुके हैं, फैकल्टी है, संस्थान का अपना लोगो है, हॉस्टल है, टे्रनिंग एंड प्लेसमेंट सेल है और वहां स्टूडेंट फेस्ट भी आयोजित किए जाते हैं।
ट्रिपल आईटी भागलपुर मेंटर संस्थान आईआईटी गुवाहाटी ने वहां के स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग व इंटर्नशिप की पूरी जिम्मेदारी उठाई है। लेकिन बतौर मेंटर संस्थान मैनिट यहां के स्टूडेंट्स की मदद करना तो दूर उनसे बात तक करने को राजी नहीं है। वहीं मैनिट के डायरेक्टर एनएस रघुवंशी और नोडल इंचार्ज ज्योति सिंघई इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठे हैं।
अब गांधीगिरी -
रविवार को स्टूडेंट्स ने रणनीति बनाई है कि सोमवार से वे गांधीगिरी तरीके से धरने को जारी रखेंगे। स्टूडेंट्स का कहना है कि हम धरना स्थल पर ही बैठकर अपने-अपने लैपटॉप पर कोडिंग करेंगे।जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जातीं जब तक हम फैकल्टी के साथ क्लासरूम में पढ़ाई नहीं करेंगे।
इधर,आर्थिक अनियमितता के मामले में कुठियाला से आज हो सकती है पूछताछ...
वहीं दूसरी ओर आर्थिक अनियमितताओं, भर्ती आदि की धांधलियों के आरोपों से घिरे एमसीयू के पूर्व कुलपति प्रो. बीके कुठियाला से ईओडब्ल्यू सोमवार को पूछताछ कर सकता है। ईओडब्ल्यू से कुठियाला ने बयान दर्ज करवाने के लिए समय मांगा था।
ईओडब्ल्यू ने उन्हें सोमवार को आने का समय दिया है। कुठियाला के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने 14 अप्रेल, 2019 को भारतीय दंड संहिता की 409, 420 और 120बी के साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-2018 की धारा 7 के तहत प्रकरण दर्ज कर रखा है। कुठियाला को बार-बार नोटिस देकर बयान के लिए बुलाया जा रहा था, लेकिन वे हाजिर नहीं हो रहे थे। कुठियाला के कार्यकाल के चार अहम बिंदुओं पर ईओडब्ल्यू पूछताछ करेगा।
- अनियमितता: कुठियाला ने मेडिकल बिल, मोबाइल-लैपटॉप वापस नहीं करने, निजी घर में बोरवेल खनन करवाने व सरकारी टूर करने सहित अन्य विषयों पर पूछताछ के लिए तैयारी की है।
- नियुक्तियां-भर्ती : कुठियाला के कार्यकाल में जिन कर्मचारियों की नियुक्ति-भर्ती की गई, उसको लेकर भी आरोप हैं। 20 कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है।
- अध्ययन केंद्र: कुठियाला के कार्यकाल में प्रदेश के बाहर 281, प्रदेश में 1016 केंद्र खोले गए। कुल 1297 केंद्रों के बारे में भी पूछताछ होगी।
- भवन की डीपीआर: विवि के निर्माणाधीन भवन की डीपीआर में कुठियाला द्वारा बदलाव करवाने की शिकायत मिली है।
Published on:
26 Aug 2019 12:18 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
